जालौन, उत्तर प्रदेश – स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर, जनपद जालौन के ऊमरी नगर पंचायत में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। कुछ बाहरी लोगों द्वारा राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या कर दी गई। नगर के लोगों की तत्परता से आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
यह घटना 15 अगस्त को हुई जब कुछ ऊमरी नगर पंचायत सट्टे इलाके में थे। उन्होंने देखा कि कुछ बाहरी लोग, जिन्हें कंजर समुदाय का बताया जा रहा है, राष्ट्रीय पक्षी मोर को मार रहे हैं। नगर वासियों ने बिना देर किए उन लोगों को घेर लिया और पकड़ लिया। तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी गई।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम और वन विभाग (फॉरेस्ट) की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल से सभी आवश्यक सबूत और साक्ष्य अपने कब्जे में ले लिए हैं। आरोपियों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है और उनके खिलाफ भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है।
मोर भारतीय संस्कृति और वन्यजीव संरक्षण का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। इसकी हत्या एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए कड़ी कानूनी सजा का प्रावधान है। नगर वासियों की सूझबूझ और तत्परता ने इस अपराध को छिपाने से रोका और आरोपियों को कानून के कटघरे में खड़ा करने में मदद की।



जालौन, उत्तर प्रदेश – स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर, जनपद जालौन के ऊमरी नगर पंचायत में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। कुछ बाहरी लोगों द्वारा राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या कर दी गई। नगर के लोगों की तत्परता से आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
यह घटना 15 अगस्त को हुई जब कुछ ऊमरी नगर पंचायत सट्टे इलाके में थे। उन्होंने देखा कि कुछ बाहरी लोग, जिन्हें कंजर समुदाय का बताया जा रहा है, राष्ट्रीय पक्षी मोर को मार रहे हैं। नगर वासियों ने बिना देर किए उन लोगों को घेर लिया और पकड़ लिया। तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी गई।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम और वन विभाग (फॉरेस्ट) की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल से सभी आवश्यक सबूत और साक्ष्य अपने कब्जे में ले लिए हैं। आरोपियों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है और उनके खिलाफ भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है।
मोर भारतीय संस्कृति और वन्यजीव संरक्षण का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। इसकी हत्या एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए कड़ी कानूनी सजा का प्रावधान है। नगर वासियों की सूझबूझ और तत्परता ने इस अपराध को छिपाने से रोका और आरोपियों को कानून के कटघरे में खड़ा करने में मदद की।

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