
संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। बिजली विभाग के हेल्पलाइन नंबर-1912 पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में अफसर लापरवाही बरत रहे हैं। जुलाई में प्राप्त हुई शिकायतों में 1,781 का निस्तारण नहीं किया गया। ये अभी तक लंबित हैं। पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने सख्त निर्देश देते हुए जवाबदेही तय की है। बिजली विभाग के अफसरों में खलबली मची है और वे शिकायतों के निस्तारण में जुटे हैं। उपभोक्ताओं की शिकायतों के निदान के लिए टोल फ्री नंबर-1912 है। लोग शिकायत करते हैं कि यह टोल फ्री नंबर नहीं लगता, और लग भी जाता है तो बात पूरी होने से पहले कॉल कट जाती है। यही नहीं शिकायत दर्ज होने के बाद निदान भी नहीं किया जाता है और उपभोक्ता को निस्तारण का संदेश भेज दिया जाता है। लेकिन, अब इस व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है। उपभोक्ता की प्रत्येक शिकायत का रिकार्ड रहेगा और इसे ऑनलाइन देखा जा सकेगा। शिकायत निस्तारित हुई या नहीं, इसका पूरा विवरण रहेगा। शिकायत जिससे संबंधित है, उसे भेजा जाएगा। निस्तारित न होने पर इसकी जानकारी अधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता, मुख्य अभियंता से लेकर प्रबंध निदेशक तक भेजी जाएगी। शिकायत निस्तारित नहीं होती है, या फिर देरी होती है तो इसका कारण बताना होगा। फिलहाल, झांसी परिक्षेत्र के तीनों जनपदों झांसी, उरई व जालौन में जुलाई में कुल 1781 शिकायतें लंबित हैं। यदि शिकायत तय समय पर नहीं निपटती तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में केपी खान, मुख्य अभियंता ने बताया कि टोल फ्री नंबर पर प्राप्त होने वाली शिकायतों की निगरानी की जा रही है। लंबित शिकायतों का तय समय में गुणवत्तापूर्ण तरीके से निदान के निर्देश दिए गए हैं। संबंधित अधिकारी यदि ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए लगातार निगरानी की जा रही है।