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Noida AQI News: दीवाली के अगले दिन नोएडा का AQI 600 पार कर गया, जो गंभीर और खतरनाक श्रेणी में आता है. डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लोग बाहर न निकलें, मास्क पहनें, एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और घरेलू नुस्खों से फेफड़ों की सफाई करें.

नोएडा: रोशनी के त्योहार दीवाली के अगले ही दिन नोएडा की हवा ने लोगों को चौंका दिया है. पटाखों की धूम-धड़ाके के बीच जहां रात आसमान में रोशनी बिखर रही थी, तो वहीं अगली तड़के सुबह शहर की हवा में ज़हर घुल गया. मंगलवार की सुबह नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 600 के पार पहुंच गया, जो कि गंभीर और खतरनाक श्रेणी में आता है.
दीवाली की रात खत्म होते ही देर रात और सुबह नोएडा में हवा की गुणवत्ता तेजी से गिरी. सेक्टर 76, 75, 74 और 78 की तरफ AQI 607 दर्ज किया गया. वहीं सेक्टर 1, 2, 3, 5, 6 और 15 में यह स्तर 526 तक पहुंचा. इसके अलावा सेक्टर 125, 126 और 128 की तरफ 532 का स्तर रिकॉर्ड किया गया. ग्रेटर नोएडा में थोड़ी राहत जरूर दिखी, लेकिन वहां भी हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही, जहां AQI 308 दर्ज किया गया.
कितना खतरनाक होता है कौन-सा स्तर
0 से 50 अच्छा जिसमें सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं होती है. 51 से 100 के बीच संतोषजनक जिसमें संवेदनशील लोगों को हल्की परेशानी होती है. 101 से 200 मध्यम में बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा रोगियों को परेशानी होती है. 201 से 300: खराब सामान्य लोगों को भी खांसी, गले में जलन होने लगती है. 301 से 400 बहुत खराब श्रेणी में आ जाता है जिसमें सांस की तकलीफ, आंखों में जलन के साथ और कई तरह की समस्या होने लगती है. 401 से ऊपर बेहद गंभीर श्रेणी में रखा जाता है जिसमें स्वास्थ्य पर गंभीर असर, अस्पताल में भर्ती तक की नौबत आ सकती है.
डॉक्टरों की चेतावनी और बचाव के उपाय
क्या करें और क्या न करें
इसके साथ ही डॉक्टर ने बताया कि कोई भी इस स्थिति में बाहर न निकले बहुत जरूरी या इमरजेंसी हो तो बिना मास्क के बाहर न निकलें. बाहर निकलते समय N-95 या N-99 मास्क का इस्तेमाल करें. दिनभर में कम से कम 2-3 लीटर पानी पिएं ताकि शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल सकें. वही घरेलू नुकसे तुलसी, अदरक, शहद और गुड़ का सेवन फेफड़ों की सफाई में मदद करता है.