संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। राज्य वस्तु एवं सेवाकर विभाग की समाधान योजना में शामिल जीएसटी जोन के 1445 व्यापारियों ने बीती तिमाही में अपना व्यापार शून्य दिखाकर विभाग को गुमराह करने का प्रयास किया। विभाग ने इन व्यापारियों की सच्चाई जानने के बाद उन्हें नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। इसके लिए खंड कार्यालयों को व्यापारियों का ब्योरा दिया जा रहा है।
जीएसटी विभाग के झांसी जोन में बुंदेलखंड के सात जिले शामिल हैं। इसमें झांसी, जालौन, ललितपुर, महोबा, बांदा, हमीरपुर व चित्रकूट के सात हजार से अधिक व्यापारी ऐसे हैं जो व्यापारियों को राहत देने वाली समाधान योजना में शामिल हैं। इन व्यापारियों को योजना में 1.50 करोड़ के सालाना टर्न ओवर पर मात्र एक प्रतिशत जीएसटी का भुगतान करना होता है। इनमें से 1445 व्यापारियों ने एक प्रतिशत टैक्स देना भी मंजूर नहीं किया और बीती तिमाही में अपना टर्न ओवर रिटर्न दाखिल करते हुए शून्य दर्शाया। विभागीय अधिकारियों ने माल सप्लाई करने वालों के खाते खंगालने शुरू किए तो व्यापारियों को पोल खुल गई। अब जीएसटी विभाग ने खंड कार्यालयों के माध्यम से इन व्यापारियों को टैक्स जमा करने के नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। इसके बाद भी ये व्यापारी टैक्स जमा नहीं करते हैं तो इनसे राजस्व वसूली प्रक्रिया से टैक्स वसूला जाएगा।
वर्जन
समाधान योजना के जिन व्यापारियों ने टैक्स न भरने के लिए अपना टर्न ओवर शून्य दर्शाया था, अब उन्हें खंड कार्यालयों के माध्यम से नोटिस भेजे जा रहे हैं। यदि वह इस पर भी टैक्स जमा नहीं कराते हैं तो फिर उनसे टैक्स की वसूली राजस्व प्रक्रिया से की जाएगी। – एके सिंह, एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड 2, एसआईबी।