लखनऊ। ग्रामीण परमिट के टेंपो शहर में चल रहे हैं और जाम की वजह भी बन रहे हैं। ऐसे में अब इन सीएनजी ऑटो-टेंपो पर कलर कोड लागू होगा। इससे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के ऑटो-टेंपो को आसानी से पहचाना जा सकेगा।
कलर कोड लागू होने के बाद ग्रामीण परमिट के टेंपो को शहर में चलने से रोकने में मदद होगी। इससे टेंपो चालकों की मनमानी, जबरन किराया वसूलने की शिकायतें भी दूर होंगी।
लखनऊ शहर में ग्रामीण क्षेत्र के ऑटो-टेंपो की आड़ में गैर जनपद के टेंपो भी चल रहे हैं। इसे लेकर आरटीओ प्रशासन और टेंपो टैक्सी यूनियन की बैठक में कलर कोड लागू करने का फैसला लिया गया। आरटीओ (प्रशासन) संजय तिवारी ने बताया कि ऑटो को नगर निगम की सीमा के अंदर चलने के परमिट दिए गए हैं। टेंपो को ग्रामीण क्षेत्रों जैसे बनी, मोहनलालगंज, गोसाईंगंज, इटौंजा, मलिहाबाद, बीकेटी व मोहान के लिए परमिट दिए गए है। हालांकि, ग्रामीण परमिट के टेंपो शहरों में भी दौड़ते दिखते हैं। लखनऊ शहर में 4247 ऑटो व 2525 टेंपो को परमिट दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में टेंपो की संख्या तीन हजार से अधिक है।
ऐसा होगा कलर कोड
– ग्रामीण परमिट के टेंपो की बॉडी के बीच में तीन इंच चौड़ी लाल रंग पट्टी डाली जाएगी।
– शहरी परमिट के ऑटो पर सफेद रंग में मोटे अक्षर में सिटी केंद्र का नाम लिखा जाएगा।