{“_id”:”66d626b3c9984445200bdf34″,”slug”:”now-entry-of-attendants-without-passes-will-be-prohibited-in-government-hospitals-orai-news-c-224-1-ka11004-119186-2024-09-03″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Jalaun News: सरकारी अस्पतालों में अब बिना पास तीमारदारों के प्रवेश पर रहेगी रोक”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
उरई। कोलकाता में जूनियर डॉक्टर से दरिंदगी के बाद चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की जा रही है। मरीजों के तीमारदारों के लिए प्रवेश पास जारी करने का निर्णय लिया गया। इस बारे में सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव ने दिशा निर्देश जारी किए है।
डीएम राजेश कुमार पांडेय ने सीएमओ, राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, जिला अस्पताल व महिला अस्पताल के सीएमएस को निर्देशित किया है कि संपूर्ण चिकित्सा परिसर सीसीटीवी की निगरानी से लैस किया जाए। चिकित्सक व अन्य स्टाफ की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाए। चिकित्सालय परिसर एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के नियम और दंड के बारे में जगह जगह प्रचार प्रसार किया जाए।
कहा कि रोगियों से मिलने के लिए प्रवेश-पत्र जारी किए जाएं। चिकित्सालय प्रागंण में ऐसे लोग भी होते है, जिनके कोई रोगी भर्ती नहीं है, फिर भी परिसर में ही रात्रि विश्राम को अपनी आदत बना लेते है। ऐसे तत्वों पर निगरानी के लिए मरीज के तीमारदार को वार्ड, आईसीयू, रेस्टिंग रूम, इमरजेंसी वार्ड, आईपीडी विभाग में प्रवेश के लिए प्रवेश पत्र नीति लागू की जाए। रात के समय किसी भी वार्ड में बिना प्रवेश पत्र के रोगी के तीमारदारों को प्रवेश की अनुमति न दी जाए।
उन्होंने रात के समय डयूटी पर कार्यरत महिला डॉक्टर व स्टाफ नर्स रोगियों को देखने के लिए किसी अन्य ब्लाक वार्ड में जाती है, उनके आने-जाने के लिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। चिकित्सालय परिसर, आवासीय क्षेत्र, हॉस्टल में समुचित प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। रात्रिकालीन ड्यूटी का सुरक्षा अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण किया जाए। चिकित्सालय परिसर में 24 घंटे सुरक्षा के लिए कंट्रोल रूम को क्रियाशील किया जाए। अस्पताल परिसर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सेवानिवृत्त सेना के जवानों से सुरक्षा कर्मियों की भर्ती की जाए।