
आगरा: बोदला जमीन
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तर प्रदेश के आगरा में बोदला मार्ग पर 10 हजार वर्ग जमीन पर कब्जे के लिए पांच निर्दोष लोगों को जेल भेजने के मामले में सिर्फ जांच पर जांच हो रही है। दो महीने बाद लूटा गया सामान तो बरामद किया गया, लेकिन पीड़ित परिवार से शराब और गांजे की फर्जी बरामदगी में शामिल पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसआईटी की विवेचना में भी पुलिसकर्मियों का कोई दोष सिद्ध नहीं किया जा सका है।
बोदला में जमीन पर कब्जे का प्रकरण काफी चर्चा में रहा था। केयरटेकर रवि कुशवाहा सहित उसके परिवार के पांच लोगों को जेल भेजा गया था। दो फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए थे। रवि कुशवाह सहित तीन से गांजा बरामद किया गया था। उसकी पत्नी और बहन से शराब बरामद दिखाकर जेल भेजा गया था। गांजा बरामदगी के मुकदमे में पुलिस वादी बनी थी, जबकि शराब बरामदगी का मुकदमा आबकारी निरीक्षक ने दर्ज कराया था। दोनों की फर्द में अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल थे।