{“_id”:”67a7a6a4719309482d01b0a4″,”slug”:”overloaded-vehicles-spoiled-the-condition-of-road-and-bridge-people-troubled-orai-news-c-224-1-ori1005-125643-2025-02-09″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Jalaun News: ओवरलोड वाहनों ने बिगाड़ी सड़क व पुल की सूरत, लोग परेशान”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
मुहाना पुल से होकर गुजरता ओवरलोड ट्रक। – फोटो : संवाद
मुहम्मदाबाद। ओवरलोडिंग की वजह से ध्वस्त हुई दो जिलों को जोड़ने वाली सड़क व जर्जर हुए पुल की स्थिति पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। मामला दो जिलों के अधिकारियों के बीच फंसा हुआ है। करीब दस साल से इस गड्ढेदार मार्ग से लोगों को मजबूरी में निकलना पड़ रहा है। लेकिन इसके बाद भी इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब पुल में भी कंपन शुरू हो गया है। इससे लोगों को जान जोखिम में डालकर निकलना पड़ रहा है।
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जालौन जिले के आखिरी मुहाना गांव के पास बेतवा नदी पर बने पुल के आसपास सड़क की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। पुल से एक किलोमीटर मुहाना की तरफ सड़क गड्ढों में तब्दील है, तो दूसरी तरफ हमीरपुर जिले के चिकासी गांव को जोड़ने वाली एक किलोमीटर सड़क पूरी तरह से गड्ढेनुमा हो गई है। ग्रामीण रामहेत, राजू, शियाशरण आदि
बताते हैं कि इस मार्ग को गड्ढों में तब्दील करने का काम ओवरलोड वाहनों ने किया है। क्योंकि नदी किनारे संचालित घाटों से लगातार ओवरलोड वाहनों का आवागमन जारी रहता है। यह वाहन हमीरपुर भी जाते हैं और उरई की तरफ भी आते हैं। करीब दस वर्षो से सड़क में हुए गड्ढे नहीं भर पाए हैं। इससे लोगों को हिचकोले खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। शनिवार को राठ से आ रही बस जैसे ही पुल के पास पहुंची तो ऊपर निकले सरिया के संपर्क में आते ही पिछला टायर फट गया। इससे हादसा होते-होते बचा। इसके बाद चालक ने टायर हटाकर दूसरा पहिया लगाकर आगे बड़ा तो गड्ढों की वजह से दोबारा टायर फट गया। इससे बड़ा हादसा होते होते बचा। चालक ने बताया कि दो चार दिन में ऐसा होता रहता है।
डीएम जालौन राजेश कुमार पांडेय ने कहा कि सड़क को सही करवाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जल्द ही बजट आते ही सड़क को सही करवा दिया जाएगा। जिले में किसी भी सड़क को गड्ढेदार नहीं रहने दिया जाएगा। डीएम हमीरपुर घनश्याम मीणा ने कहा कि जानकारी मिली है, सड़क की स्थिति को दिखवाकर मार्ग को सही करवाया जाएगा।
दस साल से देख रहे यही हालत
ग्रामीण मदन ने बताया कि दस साल से सड़क पूरी तरह से बदहाल पड़ी है। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस सड़क से दोनों जिलों के अधिकारियों का आना जाना रहता है, लेकिन इसके बाद भी अनदेखी करके वह आराम से निकल जाते हैं। बस चालक राघवेंद्र ने बताया कि दो किलोमीटर मार्ग का रास्ता भले ही दस मिनट का हो। लेकिन इस मार्ग से जैसे ही वह बस में सवारियों को बैठाकर निकलते हैं, तो उनकी धड़कने बढ़ जाती हैं। बस जैसे ही गड्ढों में जाती है, तो खतरा बना रहता है।