बदायूं के उझानी क्षेत्र में बरेली-मथुरा हाईवे पर शुक्रवार दोपहर हुए हादसे में अंकित की मौत से उसके परिवार में कोहराम मचा है। बरेली के भुता थाना क्षेत्र के गांव भगवानपुर निवासी अंकित (16 वर्ष) कांवड़ियों के साथ कछला से गंगाजल लेकर घर लौट रहा था। ये सभी बुटला बोर्ड गांव के पास पहुंचने पर सड़क किनारे आराम करने लगे। अंकित अपने जत्थे की ट्रैक्टर-ट्रॉली के सामने लेटा हुआ था। तभी कछला की तरफ से आई बरेली के ही गांव दादीखेड़ा गांव के कांवड़ियों की ट्रैक्टर-ट्रॉली ने ट्रैक्टर ट्रॉली को टक्कर मार दी। इससे ट्रैक्टर का पहिया अंकित के ऊपर चढ़ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वह माता-पिता का इकलौता बेटा था और हाईस्कूल का छात्र था। हादसे के बाद साथी कांवड़ियों ने हाईवे पर दो घंटे तक बवाल किया था।
गांव भगवानपुर निवासी नरेंद्र का इकलौता बेटा अंकित था। हादसे की खबर मिलते ही नरेंद्र अपने पिता शंकरलाल व मां के साथ पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंचे। पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचते ही दहाड़ मारकर जमीन पर गिर गए और पुलिस के सामने हाथ जोड़कर कह रहे थे, मुझे मेरा लाल दिखा दो। पोते की मौत के गम में दादा और दादी की आंखों से आंसू की धार बह रही थी।
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मृतक अंकित के परिजन
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
‘हमारा एक ही लाल था…’
दादा-दादी बार-बार यहीं बोल रहीं थी कि हाय मेरा लाल, भगवान मुझे उठा लो। मेरे लाल के साथ क्या हुआ। मुझे उसे दिखा दो। महादेव यह क्या हो गया। अब हमें भी उठा लो। हमारा एक ही लाल था, उसके बिना हमारा क्या होगा। अंकित के पिता और दादी-दादा एक दूसरे से लिपटकर रोते बिलखते रहे। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन उसका शव लेकर घर चले गए।
अंकित की मौत से गुस्साए साथियों ने टक्कर मारने वाली दूसरे जत्थे की ट्रैक्टर-ट्रॉली को आग के हवाले कर दिया था। चालक को पेड़ से बांधकर पीटा। दूसरे जत्थे के कांवड़ियों से भी मारपीट की। इससे पांच कांवड़िये घायल हुए हैं। तीन थानों की पुलिस फोर्स व पीएसी बल ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण किया।
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डीएम-एसएसपी ने घटनास्थल का लिया जायजा
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
डीएम-एसएसपी ने घटनास्थल का लिया जायजा
हादसे के बाद कांवड़ियों के बीच हुए बवाल व आगजनी की सूचना मिलते ही डीएम अवनीश कुमार, एससएपी डॉ. ब्रजेश सिंह, एसपी सिटी विजयेंद्र सिंह के साथ तीन थानों का पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। डीएम-एसएसपी ने घटना की जानकारी जुटाई। पुलिस को दिशा निर्देश देकर घायल कांवड़ियों का बेहतर इलाज के निर्देश दिए।