
फसल डूबी
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आगरा के इरादतनगर क्षेत्र के गांव खेड़िया में नदी किनारे आसपास बाजरे के खेतों में पार्वती नदी में लगातार बारिश होने और राजस्थान से तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ के हालात बन गए हैं। खेड़िया ग्राम पंचायत के किसानों की करीब 200 एकड़ बाजरे की फसल पानी में पूरी तरह डूब गई है।
नदी के पानी ने खेड़िया गांव के नदी किनारे के खेतों में बाजरा की फसल में तबाही ला दी है। पार्वती नदी में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। गांव के पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान पति अमरेश कुशवाह ने बताया कि पार्वती नदी में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। खेड़िया गांव के किसानों की करीब 200 एकड़ बाजरे की फसल जलमग्न हो गई है। खेड़िया के ही किसान धर्म सिंह, सुंदर सिंह, वीरेन्द्र शर्मा, सुल्तान सिंह , राम अवतार आदि ने बताया कि पार्वती नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर से बाजरे की फसल जलमग्न हो गई है।
किसानों ने फसल नष्ट होने पर सरकार से मुआवजे की मांग की है। वहीं पार्वती नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर का जायजा लेने खेड़िया गांव के राजस्थान सीमा पर नदी किनारे पर पहुंचे सिंचाई विभाग के एसडीओ नाहर सिंह ने बताया कि पार्वती नदी में लगातार बारिश होने की वजह से गुरुवार को जो 3000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था उसकी वजह से पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ा है। शुक्रवार को सुबह पानी निकासी को रोक दिया गया है। फिलहाल जो पानी छोड़ा गया है उसी वजह से जलस्तर बढ़ा है। प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है। खेड़िया गांव में नदी के पानी से जन जीवन पर कोई असर नहीं है। कहीं भी किसी भी तरह की गांव में नदी के पानी पहुंचने की भी अभी कोई समस्या नहीं है।