लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई में सोमवार की ओपीडी में मरीजों को दिखाने के लिए रविवार को ही परिसर में जमा तीमारदारों को सुरक्षागार्डों ने भगा दिया। इससे नाराज तीमारदारों ने पीजीआई गेट के सामने राजमार्ग पर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि सुबह-सुबह वे परिसर नहीं पहुंच सकते हैं। ऐसे में एक दिन पहले आकर लाइन लगा लेते हैं। पुलिस ने इन्हें समझाकर वापस परिसर में भेजा।
रविवार की दोपहर पीजीआई के अंदर मरीज के साथ उनके तीमारदार बरामदे और पेड़ों के नीचे लेटे हुए थे। इस बीच वहां पहुंचे सुरक्षागार्डों ने उन्हें भगाना शुरू कर दिया। विरोध करने पर अभद्रता भी की। इससे आहत होकर सभी तीमारदार पीजीआई के गेट के सामने लखनऊ-रायबरेली राजमार्ग पर चादर डालकर लेट गए। वहीं कुछ लोग बैठकर नारेबाजी करने लगे। इससे राजमार्ग जाम होने लगा। ठीक सामने थाना होने के चलते पुलिस को तत्काल सूचना मिल गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीमारदारों को समझा कर वापस पीजीआई परिसर भेजा। इस दौरान करीब 15 मिनट तक मार्ग जाम रहा। पीजीआई इंस्पेक्टर बृजेश चंद्र तिवारी ने बताया कि मार्ग जाम होने की सूचना मिलने पर पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर सभी को समझा कर कैंपस के भीतर भेजा।
निदेशक बोले, लेंगे नीतिगत निर्णय
निदेशक पीजीआई प्रो. आरके धीमन ने कहा कि तीमारदारों की सुविधा के लिए पीजीआई परिसर में 10 मंजिला रैन बसेरा प्रस्तावित है। इसके साथ ही पांच मंजिला पार्किंग भी बन रही है। रायबरेली राजमार्ग जाम होने की सूचना मिली थी। पूरा मामला क्या है, सोमवार को इसकी पड़ताल की जाएगी। साथ ही इस बारे में नीतिगत निर्णय भी लिया जाएगा।