
आरोपी राजेश कुमार
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
शाहजहांपुर में बुजुर्गों की पेंशन पर डाका डालकर ढाई करोड़ रुपये के हुए घोटाले की सबसे ज्यादा रकम निलंबित जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने ही अपनी जेब में भरी थी। दो दिन के रिमांड के दौरान पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि उसने इस रकम से हाईवे किनारे जमीन, कई मकान और चार गाड़ियां खरीदीं।
घोटाले में नामजद राजेश कुमार ने 24 फरवरी को न्यायालय में समर्पण किया था। पुलिस को पूछताछ के लिए शुक्रवार से दो दिन का रिमांड मिला। इन दो दिनों में उसने घोटाले की रकम से खरीदी गई संपत्तियों का खुलासा किया। वहीं पुलिस ने उसकी निशानादेही पर घोटाले में इस्तेमाल लैपटॉप, 16 पासबुक और फर्जी मोहरें बरामद की हैं। साथ ही कई लोगों के आधार कार्ड, बैंक खातों की 84 छायाप्रतियां, और खाताधारकों की सूची भी मिलीं।
मार्च 2023 में समाज कल्याण विभाग में राष्ट्रीय वृद्धावस्था योजना में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था। करीब 2390 बुजुर्गों की पेंशन के ढाई करोड़ रुपये फर्जी खातों में भेजकर यह घोटाला किया था। मामला पकड़ में आने के बाद राजेश को निलंबित कर दिया गया था।
प्रभारी समाज कल्याण अधिकारी वंदना सिंह ने 19 सितंबर 2023 को थाना सदर बाजार में राजेश समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। सख्ती बढ़ने के बाद राजेश ने सीजेएम कोर्ट में समर्पण कर दिया। घोटाले में शामिल रामऔतार, अनूप उर्फ सोनू और जयपाल पहले से जेल में हैं।