
श्रीमती चंदावती कन्या गुरूकुल संस्कृत विद्यापीठ के बार्षिकोत्सव में ब्रहमचारियों का प्रवेश कर
कासगंज। श्रीमती चंद्रावती कन्या गुरुकुल संस्कृत विद्यापीठ में छठवां वार्षिकोत्सव वैदिक परंपरा के अनुसार मनाया गया। 30 नवप्रवेशी ब्रह्मचारिणियों का यज्ञोपवीत संस्कार कराया गया। इस मौके पर गुरुकुल की छात्राओं ने भजन, गीत, कविताएं प्रस्तुत कीं।वार्षिकोत्सव का शुभारंभ आर्य विद्वान डॉ. सूर्यादेवी चतुर्वेदा के द्वारा किया गया। उन्होंने ब्रह्मचारिणियों का यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न कराया। आर्य विद्वान आनंद पुरुषार्थी ने वेदों के महत्व पर प्रकाश डाला और वैदिक चर्चा की। आर्यवीर दल के संचालक पंकज आर्य ने भी वैदिक चर्चा में हिस्सा लेते हुए महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। गुरुकुल की ब्रह्मचारिणियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए भजन, गीत एवं भाष्ण प्रस्तुत किए। आर्य विद्वानों ने भारत सरकार की योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं पर भी प्रकाश डाला और महिला सशक्तिकरण की दिशा में योजना को महत्वपूर्ण बताया। पूर्व सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने देश एवं समाज के सर्वांगीण विकास के लिए गुरुकुल शिक्षा पर प्रकाश डालते हुए उसे आवश्यक बताया।