रायबरेली। जिले में तीन दिन से हो रही बारिश आफत बन गई है। रविवार को बारिश के चलते बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि दंपती झुलस गए। दो अन्य महिलाएं बिजली गिरने से बेहोश हो गईं। बारिश के चलते शहर के कई मोहल्ले जलभराव से टापू बन गए।
पानी भरने के कारण लोग जलभराव में फंसे रहे। घरों में पानी घुसने से दुश्वारियां और बढ़ गई। लोग जलभराव से बेहाल रहे, लेकिन नगर पालिका के अधिकारी पानी निकासी को लेकर गंभीर नहीं दिखे। शहर के अलावा देहात क्षेत्रों में भी जलभराव के कारण लोगों को अपने घरों तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ी। शुक्रवार से लगातार जिले में रुक-रुककर बारिश हो रही है।
शनिवार रात और रविवार सुबह तेज बारिश होने से हर तरफ जलभराव दिखा। खासकर शहर के मोहल्ले बारिश के पानी से लबालब हो गए। कल्लू का पुरवा, महानंदपुर, सोनिया नगर, नया पुरवा, बहराना, सर्वोदय नगर, आचार्य द्विवेदी नगर समेत अन्य मोहल्ले टापू बन गए। कई मोहल्लों में घरों में पानी भर गया।
इन मोहल्लों में रहने वाले दिनेश पासवान, संजय श्रीवास्तव, अनिल त्रिवेदी ने बताया कि पानी निकासी के इंतजाम न होने के कारण जलभराव की समस्या से हर साल जूझना पड़ता है। पालिका के अधिशासी अधिकारी स्वर्ण सिंह ने बताया कि जलकल विभाग की टीम को भेजकर पानी निकासी का कार्य कराया जा रहा है।
ऊंचाहार प्रतिनिधि के मुताबिक क्षेत्र के पूरे फकीरबख्श मजरे उसरैना गांव निवासी रतीपाल (50) पुत्र अयोध्या प्रसाद किसान था। रविवार सुबह धान की फसल की रखवाली करने खेत गया था। इसी दौरान बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लिया।
पूरे निधान मजरे खरौली गांव में बिजली एक ट्यूबवेल पर गिर गई। इससे गांव निवासी संतलाल (50), उसकी पत्नी शांती देवी (48) झुलस गई। दोनों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। बिजली गिरने से मकान की दीवार में दरार आ गई। ट्यूबवेल में लगा स्टार्टर व मोटरपंप सहित अन्य उपकरण जल गए।
पेड़ गिरने से डेढ़ घंटे तक आवागमन प्रभावित
सतांव क्षेत्र के बांदा-बहराइच राजमार्ग पर गोझरी गांव के पास शीशम का पेड़ सड़क पर गिर गया। इससे डेढ़ घंटे तक आवागमन बाधित रहा। वन विभाग की टीम ने पहुंचकर पेड़ की डाल कटवाकर उसे सड़क से हटाया। कोरिहर गांव निवासी श्रीकांत गौतम के दरवाजे खड़े गूलर के पेड़ पर बिजली गिर गई। बिजली कड़कने की तेज आवाज के कारण छोटे लाल की पत्नी कलावती का कान सुन्न हो गया और राम किशुन की पत्नी कमला दहशत में आने से गिर गई। दोनों कुछ देर बेहोश रही और बाद में होश आया।
कच्चा मकान ढहा, वृद्धा घायल
बछरावां के रघुनाथखेड़ा मजरे रैन गांव की रहने वाली सरजूदेई (69) घर में खाना बना रही थी। बारिश के कारण कच्चा घर ढह गया। इससे मलबे में दबकर सरजूदेई घायल हो गई। वृद्धा को सीएचसी से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
खेतों में गिरी धान व गन्ने की फसल
तीन दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश से किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं। अगैती धान की फसल के अलावा गन्ने की फसल खेतों में गिर गई। ऊंचाहार, जगतपुर, राही, अमावां, सतांव, सरेनी, लालगंज समेत अन्य ब्लॉकों में एक हजार बीघे से ज्यादा की फसल जमीन पर गिर गई। बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया। इससे फसल के सड़ने का खतरा मंडराने लगा है।
जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडेय ने बताया कि बारिश से ज्यादा किसानों को नुकसान नहीं हुुआ है। जिले में कितनी धान, गन्ने की फसल गिरी, इसका आंकलन कराया जाएगा। बछरावां प्रतिनिधि के मुताबिक किसान हरीश, सुखलाल, रामअचल, सूरज का कहना है कि लगातार हो रही बारिश के कारण धान के अलावा पान की खेती खराब हो रही है।