गणित और इतिहास के सवालों में उलझे रहे परीक्षार्थी, बाकी विषयों के सवाल आसानी से हल किए

अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) के दूसरे दिन 39 केंद्रों पर 8718 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। रविवार को परीक्षार्थी गणित और इतिहास के सवालों में उलझे रहे। बाकी, विषयों के सवाल आसानी से हल कर लिए।

परीक्षा के नोडल अधिकारी और एडीएम प्रशासन शिव प्रताप शुक्ल ने राजकीय महिला महाविद्यालय, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय समेत कई केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि रविवार को सुबह 10 से दोपहर 12 बजे की पाली में 17904 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। इनमें से 13511 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। 4393 ने परीक्षा छोड़ दी। दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक चली दूसरी पाली की परीक्षा में पंजीकृत 17904 परीक्षार्थियों में 13579 उपस्थित रहे। 4325 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। झांसी में बुंदेलखंड के चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, जालौन, ललितपुर जनपद के अलावा प्रयागराज के अभ्यर्थियों के भी केंद्र बनाए गए थे।

पहले परीक्षा में शामिल होने, बाद में ट्रेन पकड़ने के लिए इंतजार

अधिकतर परीक्षार्थी परीक्षा शुरू से कई घंटे पहले ही झांसी आ गए थे। खासकर दूसरी पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले कई पेड़ की छांव में बैठकर समय काटते रहे। कुछ परीक्षार्थी किताब लेकर पढ़ाई भी करते दिखे। वहीं, परीक्षा खत्म होने के बाद कई परीक्षार्थियों की ट्रेन और बस आने में देरी थी। ऐसे में उसके लिए भी परीक्षार्थियों को काफी समय तक इंतजार करना पड़ा।

ये बोले परीक्षार्थी

हिंदी के सवाल मुझे कठिन लगे। बाकी विषय के सवाल आसान थे, ऐसे में उन्हें हल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। – आयुष कुमार, कानपुर

गणित में चित्रों से जुड़े सवाल काफी कठिन थे। उन्हें ही हल करने में काफी समय लगा। बाकी पेपर आसान था। – सुशील कुमार, चित्रकूट

पिछली सालों की तुलना में इस बार पेपर आसान आया था। हालांकि, गणित के सवालों ने जरूर उलझाए रखा। – नितेश यादव, प्रयागराज

अंग्रेजी, हिंदी, गणित के पेपर तो आसान थे मगर इतिहास के सवाल कठिन थे। खासकर सिंध सभ्यता संबंधी प्रश्न। – सजल श्रीवास्तव, प्रयागराज



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