
बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में बच्ची का इलाज करती डॉक्टरों की टीम।
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बलिया के नगरा निवासी एक आठ साल की बच्ची की आंख को पालतू कुत्ते ने नोच लिया। इसमें उसके दांयी आंख की पलक कटकर लटक गई। बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में नेत्र सर्जन डॉ. आरपी मौर्या के निर्देशन वाली डॉक्टरों की टीम ने करीब ढाई घंटे तक जटिल सर्जरी कर 30 टांके लगाकर दोनों पलक को फिर से जोड़ दिया। डॉक्टर के मुताबिक कुछ दिन बच्ची को भर्ती किया जाएगा। सर्जरी और इलाज के बाद अब सामान्य तरीक से देख सकेंगी।
पालतू कुत्ते के नोचने से आंखों में चोट लगने की घटनाओं में इस तरह की पहली सर्जरी ट्रॉमा सेंटर में हुई है। आठ साल की बच्ची अपने घर के पालतू कुत्ते के साथ खेल रही थी। तीन दिन पहले खेलते-खेलते कुत्ते ने उसकी दांयी आंख को बुरी तरह नोच लिया। इस घटना से बच्ची का दोनों पलक कटकर लटक गई।
बच्ची का ऑपरेशन करने वाले डॉ. मौर्या ने बताया कि ऑपरेशन थियेटर में ट्रॉमा सेंटर प्रभारी के निर्देशन वाली टीम सहित अन्य स्टाफ के सहयोग से बच्ची के पलक की प्लास्टिक सर्जरी की गई। मंगलवार को करीब ढाई घंटे की सर्जरी के बाद बच्ची के पलक को किसी तरह सही कर दिया गया। इस दौरान डॉ. गौरव, डॉ. प्रियंका, डॉ. आलोक सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
आंखों और चेहरे पर ही काटते हैं कुत्ते
डॉ. मौर्या का कहना है कि अब तक उन्होंने बीएचयू नेत्र रोग विभाग में कुत्ते सहित अन्य जानवरों द्वारा आंखों में गंभीर चोट वाले करीब 40 से ज्यादा सर्जरी की है। कुत्ते आम तौर पर बच्चों पर सबसे अधिक आंखों और चेहरे पर ही चोट पहुंचाते हैं। ऐसे में घर में अगर पालतू कुत्ते हैं तो बच्चों को उनसे दूर रखना चाहिए। अगर बच्चे कुत्ते के पास हैं तो उसकी निगरानी घर के लोगों को करनी चाहिए।