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Pilibhit encounter
– फोटो : अमर उजाला
पीलीभीत में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों का इंग्लैंड में बैठा मददगार कुलबीर सिंह उर्फ सिद्ध बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़ा आतंकी है। पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल में विहिप नेता विकास बग्गा की हत्या की साजिश में एनआईए ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। सिद्धू ने ही आतंकियों को पूरनपुर के होटल में कमरा दिलाने के लिए गजरौला जप्ती निवासी जसपाल उर्फ सनी को इंग्लैंड से फोन किया था।
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होटल मे जांच के लिए पहुंची पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
सिद्धू के बारे में मिली कई जानकारी
पुलिस की पूछताछ में जसपाल ने सिद्धू के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। जसपाल को पुलिस ने पूरनपुर के हरजी होटल से मिले सीसीटीवी फुटेज से पहचानकर बुधवार की रात को पकड़ा था। जसपाल अपने साथी दीपक के साथ आतंकियों को होटल में रुकवाने गया था।
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Pilibhit Encounter: आरोपियों से बरामद हुईं एके-47 और कारतूस
– फोटो : यूपी पुलिस
आतंकियों के पास से मिले थे हथियार
अब एनआईए-एटीएस और पुलिस आतंकी सिद्धू के पूरनपुर कनेक्शन की कुंडली खंगालने में जुट गई हैं। पता किया जा रहा है कि 23 दिसंबर की सुबह मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों जसनप्रीत, गुरविंदर सिंह और वरिंदर सिंह से उसका क्या रिश्ता था। आतंकियों से दो मॉडीफाइड एके-47, दो ग्लॉक पिस्टल समेत अन्य सामान बरामद हुआ था।
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वीरेंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह और जसन प्रीत सिंह के फाइल फोटो
– फोटो : यूपी पुलिस
सिद्धू की तलाश में कुछ माह पूर्व हरियाणा पुलिस भी पूरनपुर आई थी। यमुनानगर निवासी सिद्धू पाकिस्तान में स्थित बीकेआई के प्रमुख वधावा सिंह उर्फ बब्बर से जुड़ा है। विहिप नेता विकास बग्गा की हत्या 13 अप्रैल को हलवाई की दुकान में कर दी गई थी। एनआईए ने चार्जशीट में कुलबीर को भी आरोपी बनाया है।
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पीलीभीत में मारे गए थे तीन आतंकी
– फोटो : अमर उजाला
आतंकियों को दिखाया पूरनपुर का रास्ता
पुलिस का मानना है कि इंग्लैंड में बैठे आतंकियों के मददगार कुलबीर सिंह उर्फ सिद्धू ही ने उन्हें पूरनपुर पहुंचने और यहां से दूसरे देशों में भेजने का भरोसा दिया होगा। सिद्धू खुद भी करीब डेढ़ वर्ष तक पूरनपुर और गजरौला जप्ती में रहा था। यहां फर्जी वीजा पासपोर्ट में भी उसकी भूमिका रही थी। यही वजह है कि आतंकियों को होटल में कमरा दिलाने को सिद्धू ने ही इंग्लैंड से फर्जी आधार भेजे थे। पुलिस और जांच एजेंसियां जांच में जुटी हैं। आतंकियों की किस देश में जाने का योजना थी, यह भी जांच में शामिल है।