अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। बीकेडी डबल मर्डर मामले में प्रयुक्त की गई पिस्टल और उसकी फॉरेंसिक रिपोर्ट न्यायालय को मिल गई है। अब इस मामले की अगली सुनवाई पांच अक्तूबर को होगी, जिसमें आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराने वाले पुलिस उप निरीक्षक और मृतका का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के बयान दर्ज किए जाएंगे।
बुंदेलखंड महाविद्यालय में 19 फरवरी 2021 को एमए के छात्र हुकमेंद्र सिंह गुर्जर को गोली मार दी गई थी। इसके कुछ देर बाद छात्रा कृतिका त्रिवेदी को उसके घर में घुसकर गोली मार दी गई थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि, हुकमेंद्र की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। दोनों हत्याओं का आरोप सहपाठी छात्र मंथन सिंह सेंगर पर लगा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कर ली गई थी।
इस मामले में नवाबाद थाने के तत्कालीन उप निरीक्षक ने आरोपी पर आर्म्स एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज कराया था। न्यायालय के आदेश पर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल फोरेंसिक जांच के लिए आगरा स्थित प्रयोगशाला भेजी गई थी। जिला शासकीय अधिवक्ता मृदुलकांत श्रीवास्तव ने बताया कि प्रयोगशाला से फॉरेंसिक रिपोर्ट न आने की वजह से पिछले पांच-छह महीने से केस की सुनवाई आगे नहीं बढ़ पा रही थी लेकिन, अब रिपोर्ट और पिस्टल न्यायालय आ गई है। मामले की अगली सुनवाई पांच अक्तूबर को होगी, जिसमें आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कराने वाले उप निरीक्षक और छात्रा का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर के बयान दर्ज किए जाएंगे।