
पीएम मोदी और सीएम योगी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मथुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीराबाई की 525वीं जयंती पर मथुरा में आयोजित कार्यक्रम में 20 मिनट का भाषण दिया। उन्होंने इस भाषण में कहा कि अयोध्या के लोकार्पण की तिथि आ गई है। मथुरा भी अब दूर नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को भगवान श्री कृष्ण की भक्त मीराबाई की 525वीं जयंती के अवसर पर मथुरा के रेलवे ग्राउंड पर आयोजित ‘मीराबाई जन्मोत्सव’ में भाग लिया। यहां मंच से उन्होंने 20 मिनट का भाषण दिया। मगर, अंतिम दो मिनट में उन्होंने अयोध्या से जोड़ते हुए मथुरा को लेकर बयान दिया। इस बयान के दो मायने निकाले जा रहे हैं। पहला अयोध्या की तर्ज पर बांके बिहारी के कॉरिडोर से जोड़कर विकास के संदर्भ व दूसरा श्रीराम जन्मभूमि की तर्ज पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि को ईदगाह मस्जिद की छांव से निकालने के संबंध में माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पुर्नरुत्थान के पीछे श्रीकृष्ण का ही आशीर्वाद है। मथुरा भक्ति आंदोलन का केंद्र रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों से यहां संत आए। सभी का संदेश और उद्देश्य एक ही था। ब्रज की धरा असाधारण है। यहां वही आता है, जिसे स्वयं श्रीकृष्ण और श्रीजी बुलाते हैं। ब्रज की रज भी पूजनीय है। यहां के कण-कण में कृष्ण समाए हैं। ग्रंथों में कहा गया है कि ब्रज में आने से विश्व के तीर्थों का लाभ मिलता है। ब्रज लाड़ली जी और लाड़ले जी के प्रेम का अवतार है।
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा आगमन का ब्योरा
पीएम मोदी ने मथुरा आने से पहले अपने दौरे को लेकर एक्स पर इसकी जानकारी भी दी है। पीएम मोदी ने लिखा कि संत मीराबाई का जीवन निश्छल भक्ति और आस्था का अनुपम उदाहरण है। भगवान श्री कृष्ण को समर्पित उनके भजन और दोहे आज भी हम सभी के अंतर्मन को श्रद्धा-भाव से भर देते हैं। उनकी 525वीं जयंती पर मथुरा में ”संत मीराबाई जन्मोत्सव” का आयोजन हो रहा है। इससे जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होने का सौभाग्य मिलेगा।