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– फोटो : सोशल मीडिया
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झारखंड से 40 लाख की अफीम ताजनगरी आगरा लाई गई थी। इसकी सप्लाई दिल्ली एनसीआर और हरियाणा में होनी थी। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को भनक लग गई। सोमवार को छत्ता क्षेत्र में इंद्रा मिल के पास से दो तस्कर पकड़े गए। दो किलोग्राम से अधिक अफीम भी बरामद कर ली गई। पुलिस अब आरोपियों का नेटवर्क खंगालने में लगी है।
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सीओ इरफान नासिर खान ने बताया कि झारखंड में अफीम की खेती की जाती है। तस्कर अफीम को लेकर आते हैं। दिल्ली एनसीआर सहित आसपास के राज्यों में सप्लाई करते हैं। बदायूं निवासी जोगराज मोर्या और देवराज उर्फ जितेंद्र को गिरफ्तार किया गया है। उनसे दो किलो 10 ग्राम अफीम बरामद की गई।
हरियाणा और दिल्ली के खरीदार आगरा में आने वाले थे। मगर, इससे पहले ही पुलिस टीम को जानकारी मिल गई। अब आरोपियों के नेटवर्क की जानकारी ली जा रही है। आरोपी किन लोगों के संपर्क में हैं? यह पता किया जा रहा है, जिससे कार्रवाई की जा सके।
मिलावट कर हो रही बिक्री
सीओ ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अफीम की कीमत 20 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है। बिहार और झारखंड से आरोपी बस और ट्रेन में यात्रा करते हैं। कम वजन होने की वजह से आसानी से उठा लेते हैं। इसका रंग भी चॉकलेटी होता है। इसे टिफिन और छोटे बैग में रख लेते हैं। इससे किसी को शक नहीं होता है।
दिल्ली एनसीआर के साथ ही हरियाणा, आगरा, मथुरा, बदायूं, बरेली, शाहजहांपुर में सप्लाई की जाती है। इसको छोटे पैकेट बनाकर बेचा जाता है। अफीम में मिलावट भी कर दी जाती है। तकरीबन पांच किलोग्राम अफीम में दो किलोग्राम अन्य पदार्थ की मिलावट कर दी जाती है।
