
पुलिस शराब तस्कर को गिरफ्तार किया, 42 लाख की शराब बरामद
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बिहार में शराब बंदी का फायदा तस्कर उठा रहे हैं। वहां हरियाणा से शराब भेजी जा रही है। उत्तर प्रदेश के आगरा में थाना हरीपर्वत पुलिस ने रविवार रात आईएसबीटी से एक ट्रक पकड़ा। चालक को हिरासत में लिया। ट्रक में खाली बोरियों के अंदर शराब की पेटियां छिपाकर रखी थीं। शराब की अनुमानित कीमत 42 लाख रुपये है। पंजाब से शराब लाई गई थी। शराब की डिलीवरी बिहार में होनी थी। पुलिस ने चालक और मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
सहायक पुलिस आयुक्त हरीपर्वत आदित्य कुमार ने बताया कि चालक ने पुलिस को कागजात दिखाए। झारखंड में बोरों की डिलीवरी की बिल्टी थी। पूछताछ में बताया कि वह बोरे हरियाणा से लेकर आया है। मगर, पुलिस ने जब ट्रक चेक किया तो बोरियां हटाने पर शराब की पेटियां रखी मिलीं। चालक पानीपत, हरियाणा निवासी हरपाल शर्मा है। उसको गिरफ्तार किया गया। ट्रक से 525 पेटी शराब मिली।
पुलिस की पूछताछ में चालक ने बताया कि 17 फरवरी को ट्रक मालिक उसके गांव के बाहर आया था। ट्रक देकर चला गया था। कहा था कि 7500 रुपये एक चक्कर के मिलेंगे। साथ में 2000 रुपये रास्ते में खाने-पीने के लिए भी दे रहा है। मालिका ने उसका मोबाइल बंद करा दिया। अपना मोबाइल दे दिया।
फोन पर बताया जाता कहां देनी है शराब
कहा था कि इस नंबर पर ही कॉल करके लोकेशन बताएगा कि कहां पर शराब देनी है। पुलिस ने मुकदमे में ट्रक मालिक को भी आरोपी बनाया है। शराब की पेटियों को जूट और टाट की बोरियों के नीचे छिपाया था। ट्रक से बरामद शराब की अनुमानित कीमत 42 लाख रुपये है। पुलिस अब यह पता कर रही है कि शराब की डिलीवरी कहां और कब की जानी थी?
पहले भी पकड़े गए मामले
शराब और गांजा तस्करी का आगरा प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। तस्कर कार, ट्रक और टैंकर तक में शराब की बोतल छिपाकर लाते हैं। शराब को बिहार तक ले जाया जा रहा है। बिहार में शराब बंदी है। आगरा से होकर गांजा की तस्करी दिल्ली एनसीआर तक की जा रही है। बस, ट्रेन, ट्रक के साथ कार से भी गांजा तस्करी के मामले पकड़े जा चुके हैं।
