
RTO Tax (आरटीओ टैक्स)
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उत्तर प्रदेश के आगरा में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने ढाई साल पुराने आरटीओ टैक्स के नाम पर फर्जी रसीद काटकर धोखाधड़ी करने के मामले में हरियाणा के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। इसमें पता चला कि गिरोह का सरगना बल्लो उर्फ बलवीर है। उसने ही आरटीओ टैक्स के नाम पर करोड़ों के गबन के लिए फर्जी वेबसाइट बना रखी थी। इसके माध्यम से ही वाहन स्वामियों के पास मैसेज पहुंचता था।
आवास विकास कालोनी निवासी पुनीत पाराशर ने 10 जुलाई 2021 को साइबर क्राइम थाना में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया कि उनको आनलाइन आरटीओ टैक्स के नाम पर फर्जी रसीद दी गई थी। धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार और आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने विवेचना की थी। इसके बाद 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाकी आरोपी फरार थे।
पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड ने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में रविवार को होडल, हरियाणा निवासी टिंकू शर्मा और पलवल निवासी राधे को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गैंग का सरगना बल्लो उर्फ बलवीर है। उसने ही फर्जी वेबसाइट तैयार की थी।
आरोपी दो राज्यों की सीमा पर हाईवे के बॉर्डर पर खोखे में बैठ जाते थे। इसके बाद व्यवसायिक वाहनों की रसीद काटी जाती थी। वाहनों की रसीद काटने के लिए वेबसाइट का प्रयोग करते थे। इसके माध्यम से गाड़ी मालिक के पास एक मैसेज पहुंच जाता था। इससे उन्हें आरटीओ टैक्स की असली रसीद का भरोसा होता था। मगर, दूसरे राज्य में जाने पर चेकिंग में रसीद फर्जी निकलती थीं। सरगना बलवीर अलग-अलग राज्य में इसी तरह वेबसाइट की मदद से रसीद काट रहा था। इससे सरकार को करोड़ों के राजस्व की हानि हो रही थी।