
आगरा पुलिस की गाड़ी (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के सिकंदरा और जगदीशपुरा में नकली नींद की गोलियां और कफ सिरप की फैक्टरियां पकड़ी गईं। सात आरोपियों को जेल भेजा गया। सरगना ने कोर्ट में समर्पण किया। पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर नकली दवा बरामद कीं। आगरा से लेकर बांग्लादेश तक कनेक्शन सामने आया। कच्चा माल से बेचने वाले से लेकर नकली दवा खरीदने वालों के नाम सामने आए। पुलिस की कार्रवाई कुछ दिन के बाद ठंडी पड़ गई। छह महीने में अन्य कोई आरोपी नहीं पकड़ा गया।
आठ जुलाई 2023 को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और पुलिस ने सिकंदरा और जगदीशपुरा में क्षेत्र में दबिश देकर नकली दवा की फैक्टरी पकड़ी थीं। एक में नींद की गोलियां तो दूसरी में कफ सिरप बनाए जा रहे थे। मामले में दो मुकदमे दर्ज किए गए। 7 आरोपियों को नामजद किया गया। इनको मौके से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। सरगना विजय गोयल फरार हो गया था।
पुलिस की गिरफ्तारी से पहले वो कोर्ट में समर्पण कर जेल चला गया। पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया। उससे नकली दवाएं बरामद की गईं। आरोपी नकली दवा तैयार करने के लिए कच्चा माल दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड से मंगवाता था। इसके बाद बिहार, पश्चिम बंगाल के रास्ते दवाओं की तस्करी बांग्लादेश तक कर रहा था।
सिंडीकेट में शामिल दवा माफियाओं की गिरफ्तारी के लिए टीम लगी थीं। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स आगरा में जुड़े व्यापारियों की धरपकड़ में लगी थी। मगर, 6 महीने बाद भी किसी अन्य की गिरफ्तारी नहीं की गई। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सीओ इरफान नासिर खान ने बताया कि मामले में विवेचना चल रही है। टीम गठित की गई है। कई और सूचना मिली हैं। इन पर जांच चल रही है।
आगरा में फैला है नशे, एक्सपायरी और सैंपल की दवाओं का कारोबार
आगरा में नशे, एक्सपायरी और सैंपल की दवाओं का अवैध कारोबार फैला हुआ है। पंजाब में नशे की दवाओं की बड़ी मात्रा सप्लाई होती है। 3 साल पहले कमला नगर के अरोरा बंधु पकड़े गए थे। वहीं सरकारी और सैंपल की दवाओं का अवैध कारोबार में पंकज गुप्ता को पकड़ा गया था। 1साल पहले हिमाचल प्रदेश में आगरा के मोहित बंसल की फैक्टरी पकड़ी गई थी। 8 साल में 300 करोड़ की नकली, नशे, गर्भपात किट, एक्सपायर दवाएं पकड़ी जा चुकी हैं।