
UP Constable Exam (फाइल फोटो)
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कड़ाई के बाद भी सॉल्वर गैंग के सदस्य अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। फिरोजाबाद की उत्तर थाना पुलिस और स्टेटिक मजिस्ट्रेट ने पहली पाली की परीक्षा में बायोमीट्रिक मिसमैच होने पर एक अभ्यर्थी की जांच की तो उसका आधार कार्ड भी फर्जी पाया गया। पूरी जानकारी करने के बाद पता चला कि युवक कानपुर के अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने आया था। लेकिन प्रवेश द्वार पर ही वह संदेह में आ गया।
फरवरी में आयोजित हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में कई सॉल्वर गैंग के सदस्य पकड़े गए थे। जिसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। पांच महीने बाद परीक्षा पुन: आयोजित की गई। जिसमें कड़ाई और सुरक्षा का खास ध्यान दिया गया था। 24 अगस्त को परीक्षा होने के दूसरे दिन के पहली पाली में सॉल्वर गैंग के सदस्य द्वारा सेंध लगाने का प्रयास किया गया।
उत्तर थाना क्षेत्र के परीक्षा केंद्र इस्लामिया इंटर कालेज में सुबह की पाली में सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेज चेक करने के साथ बायोमीट्रिक की जा रही थी। तभी स्टेटिक मजिस्ट्रेट ने बायोमीट्रिक मिसमेच होने पर एक युवक पर संदेह जताया। जानकारी पर थाना प्रभारी राजेश पांडेय भी मौके पर आ गए। युवक के सभी दस्तावेज चेक कराए गए तो युवक की पोल खुल गई। युवक का आधार कार्ड भी फर्जी पाया गया।
पुलिस ने बिहार आरा थाना सहार के पकरिया नवादा निवासी वेदप्रकाश उर्फ मुन्ना को गिरफ्तार किया। उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह कानपुर के डीएवी हॉस्टल सिविल लाइन निवासी ज्ञानेंद्र के स्थान पर परीक्षा देने के लिए आया था। उसने परीक्षा पास कराने के लिए दो लाख रुपये में सौदा किया था। जिसमें से 25 हजार रुपये एडवांस भी ले चुका है। थाना प्रभारी ने बताया कि उसके पास से एक प्रवेश पत्र और फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया गया है। केंद्र व्यवस्थापक आबाद हुसैन की तहरीर पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
उत्तर क्षेत्र के परीक्षा केंद्र से एक युवक को दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए गिरफ्तार किया है। यह दोनों आपस में पहचान के हैं। अन्य पहलुओं पर उससे पूछताछ की जा रही है।
-सर्वेश कुमार मिश्रा, एसपी सिटी