अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। गरौठा से सपा के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव की करीब तीन साल बाद मुश्किलें फिर बढ़नी शुरू हो गईं। उनके खिलाफ शिकंजा कसने को पुलिस ने उनकी नामी और बेनामी संपत्तियां नए सिरे से खंगालनी शुरू की है। पूर्व विधायक की जनपद में 28 संपत्तियों का पता चला है। बाजार में इनकी कुल कीमत करीब 58.44 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस इसकी पूरी कुंडली तैयार कर रही है। पुलिस जल्द ही कुर्की की कार्रवाई करेगी।
10 अक्तूबर को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में छात्रों से भिड़ंत के बाद पूर्व विधायक दीप नारायण यादव समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। यह मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि 20 नवंबर को मोंठ थाने में पूर्व विधायक के खिलाफ लूट, रंगदारी जैसी गंभीर धाराओं में नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। इसके बाद से पुलिस उनको तलाश रही है। पुलिस की कई टीमें भी लगाई गई हैं लेकिन, उनकी लोकेशन तक नहीं मिल सकी। पुलिस उनके खिलाफ शिकंजा कसने के लिए कुर्की की तैयारी में है। इसके पहले पूर्व विधायक दीपनारायण के खिलाफ 30 जुलाई 2022 को विजिलेंस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। उसके बाद से उनके खिलाफ धड़ाधड़ कई मामले दर्ज कराए गए।
कुख्यात बदमाश लेखराज सिंह यादव को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने की कोशिश के आरोप में पूर्व विधायक के खिलाफ झांसी, जालौन व कन्नौज में पांच मुकदमे दर्ज हुए। उरई व झांसी में गैंगस्टर का मामला भी दर्ज हुआ। इस मामले में पूर्व विधायक को जेल जाना पड़ा था। इसके बाद पुलिस ने पूर्व विधायक की 22 लग्जरी कार समेत करीब 150 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क कर ली थी। इसके बाद पुलिस अब दूसरी दफा उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की तैयारी में है।
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गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज होने की वजह से पुलिस तलाशने में जुटी है। उनके नाम से दर्ज संपत्तियों को भी तलाशा जा रहा है। अभी 28 संपत्तियों का पता चला है। जल्द ही पुलिस कार्रवाई करेगी।
आकाश कुलहरि
आईजी, झांसी रेंज
