देर रात करीब दो बजे संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। देखते ही देखते मौके पर स्थिति बेकाबू हो गई। कुछ लोग गिरे तो भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। लोगों का सामान छूट गया। घटना के बाद अमर उजाला से प्रत्यक्षदर्शी ने पूरी घटना के बारे में बताया। बिहार के पटना निवासी प्रत्यक्षदर्शी नलिन कुमार ने बताया कि हम लोग आठ आदमी आए थे, उनके साथ के दो साथी मिले नहीं है।
एक अन्य मध्यप्रदेश के मुरैना के प्रत्यक्षदर्शी भगवंत सिंह ने कहा कि भीड़ की वजह से हादसा हुआ। उधर से लोग वापस आ रहे थे, इधर से भी लोग जा रहे थे। धक्का-मुक्की हुई तो लोग गिर गए, जो गिर गया वो खड़ा नहीं हो पाया। भीड़ ऊपर से निकलती चली गई। चीख-पुकार मच गई। हमने बचने का प्रयास किया। सब इधर-उधर भाग रहे थे। कई लोग इस भगदड़ में घायल हो गए।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, भगदड़ मचते ही लोग इधर-उधर दौड़ने लगे। बताया जाता है कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इसमें कुछ लोगों के हताहत होने की बात कही जा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि बेकाबू भीड़ को बैरिकेडिंग करके रास्ता रोकने के कारण हादसा हुआ है।