
आगरा के गिरजाघरों में बृहस्पतिवार को प्रभु यीशु मसीह की याद में प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया। प्रभु ईसा मसीह के 12 शिष्यों के पैर धोए और दुखभोग काल की घटनाओं को याद किया गया। शुक्रवार को गुड फ्राइडे की प्रार्थना सभाएं होंगी। वजीरपुरा स्थित निष्कलंक माता महागिरजाघर की विशेष धर्म सभा में महाधर्माध्यक्ष डॉ. राफी मंजलि ने कहा ईसा मसीह की शिक्षाएं मानवीय मूल्यों को प्रेरणा देने वाली हैं। उन्होंने अपने शिष्यों के पैर धोकर सेवा और विनम्रता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। इससे हमें आत्मत्याग और प्रेम से जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। सेंट मेरीज चर्च में फादर जोसफ डाबरे ने बाइबिल से पाठ किया। फादर लॉयड लोबो ने प्रभु यीशु की परंपरा को निभाते हुए 12 लोगों के पैर धोए। इस दाैरान फादर संतोष, फादर जॉन भी उपस्थित रहे। छावनी की सेंट पैट्रिक्स चर्च और शास्त्रीपुरम की सेंट थॉमस चर्च में भी धार्मिक विधियों के अंतर्गत आयोजन हुए। क्रिश्चियन समाज सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरा ने बताया कि 18 अप्रैल को ‘गुड फ्राइडे’ के रूप में मनाया जाएगा। जो ईसाई धर्म में रोजा और परहेज का विशेष दिन है। दोपहर तीन बजे से चर्चों में विशेष प्रार्थना सभा एवं सायंकाल ‘क्रूस का रास्ता’ का आयोजन किया जाएगा।