अमेठी सिटी। वन विभाग ने पौधा रोपण की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। गर्मी के बाद बारिश के दिनों में करीब 1500 हेक्टेअर क्षेत्र में पौधा रोपण के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। अलग-अलग सरकारी विभागों के सहयोग से पौधा रोपण का कार्य भी किया जाएगा। जिले के करीब 1500 हेक्टेअर ऊसर प्रभावित क्षेत्रों में जंगल जलेबी, अर्जुन, पलाश व बबूल आदि के पौधे रोपने की तैयारी की जा रही है। इसके अतिरिक्त जलावन, चारा पत्ती, शोभाकार, इमारती आदि के पौधों का रोपण भी किया जाना है। जिसमें कुल 22 अलग-अलग सरकारी विभागों को लक्ष्य दिया गया है। कुल करीब 43 लाख पौधे रोपने की तैयारी है।
प्रभागीय वन अधिकारी रणवीर मिश्र ने बताया कि पूर्व में रोपे गए पौधों की देखरेख का कार्य भी किया जा रहा है। जिसमें वन विभाग सिर्फ नोडल की भूमिका में है। सभी के सम्मिलित प्रयास से ही धरती को हराभरा किया जा सकता है। पौधों की उपलब्धता के लिए अलग-अलग नर्सरियों से संपर्क कर पौधे प्राप्त किए जाएंगे। जुलाई माह से पौधा रोपण का अभियान शुरू किया जाएगा।
अलग-अलग वर्ग के प्रमुख पौधे
पौधारोपण में अलग-अलग वर्ग के पौधे लगाए जाने हैं। ईंधन के रूप में कंजी, अर्जुन, बबूल, इमली मुख्य हैं। चारा पत्ती में नीम, बेल, बेर, कचनार तो इमारती में शीशम, सागौन, जामुन, आम, महुआ, चिलबिल, फलों में आम, आंवला, महुआ, सहजन, शोभाकार में कनक, चंपा, अमलतास, कचनार, कदंब आदि प्रमुख हैं।