युवक की हत्या मामले में हुई थी सजा
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। आजीवन कारावास की सजा होने के 15 दिन बाद जेल में निरुद्ध एक कैदी की मौत हो गई। उसे युवक की हत्या के आरोप में न्यायालय ने सजा सुनाई थी। तीन दिन पहले बीमार होने पर उसे जेल से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। वहां इलाज के दौरान उसकी सांसें थम गईं।
प्रेमनगर थाना इलाके के नगरा हाट के मैदान के पास निवासी गौरव झा को 15 दिन पहले एक युवक की हत्या के मामले में न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। मृतक के दोस्त आलोक कुमार ने बताया कि गौरव पहले से ही बीमार चल रहा था। जेल जाने के बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई। तब 26 अगस्त को गौरव को जेल से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। मेडिकल में गौरव की इलाज के दौरान मौत हो गई। गौरव अविवाहित था और तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर का था। उसकी दो बहनें भी हैं। बृहस्पतिवार को तीन डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
बता दें कि नैनागढ़ की जैन कॉलोनी निवासी देवेंद्र सिंह उर्फ दीपक तोमर की मई 2013 में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने गौरव झा, कपिल शर्मा, अनूप दुबे और आकाश उर्फ अक्षु के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में 15 दिन पहले न्यायालय ने चारों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
वहीं, वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि गौरव जेल आने से पहले ही लीवर की गंभीर बीमारी से ग्रस्त था। जेल में भी उसका इलाज जारी रहा। सेहत में सुधार न होने पर उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।