आगरा, अलीगढ़, कानुपर, मथुरा जैसे 21 जिलों के 400 फीडरों पर बिजली सप्लाई करना दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। इसका कारण इन फीडरों पर सबसे ज्यादा चोरी, लाइन लॉस और बकायेदारों की भारी संख्या है। अब इन फीडरों को घाटे से मुनाफे वाले फीडर में तब्दील करने के लिए बिजली कंपनी दिवाली बाद महाभियान शुरू करने की तैयारी कर रही है।
दरअसल, निजीकरण की तलवार के बीच बिजली कंपनी लगातार अपनी सेवाओं और वित्तीय स्थिति को सुधारने में जुटी है। इसी क्रम में हाल ही में दक्षिणांचल के प्रबंध निदेशक नीतीश कुमार के निर्देश पर आगरा, अलीगढ़, हाथरस, झांसी, मथुरा, मैनपुरी, कानपुर, कानपुर देहात, फिरोजाबाद, एटा, इटावा, कन्नौज, फर्रुखाबाद, जालौन, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, महोबा, ललितपुर में एक सर्वे कराया।
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देखा गया कि किन फीडरों में सबसे ज्यादा बिजली चोरी, लाइन लॉस या बकायेदार हैं। सर्वे के बाद अधिकारियों ने ऐसे 400 क्षेत्र चिह्नित किए जहां बिजली सप्लाई तो कर रहा, लेकिन उसे आपूर्ति के अनुपात में राजस्व नहीं मिल रहा। क्षेत्र चिह्नित होने के बाद अब बिजली कंपनी ने इन क्षेत्रों में विभाग की डिवीजन और विजिलेंस की संयुक्त टीमें बनाकर कार्रवाई की तैयारी कर ली है। एमडी नितीश कुमार ने बताया कि ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित कर अभियान चलाकर बकायेदारों, बिजली चोरों पर कार्रवाई की जाएगी।
हंगामा करने वालों पर होगी एफआईआर
अभियान के दौरान बड़े बकायेदारों और बड़े बिजली चोर टारगेट पर रहेंगे। कार्रवाई को प्रभावी बनाने के लिए डिवीजन स्तर पर टीमें बनाई जाएंगी। इसमें कई अभियंताओं के साथ विजिलेंस और जरूरत अनुसार स्थानीय पुलिस को शामिल किया जाएगा। जो लोग हंगामा करेंगे, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।