यूपी के रायबरेली में सुरजीपुर निहस्था गांव निवासी भीमराज उर्फ भीकू (32) ने शुक्रवार रात बांके से गला काटकर पत्नी सोनी देवी (28) की हत्या कर दी। इसके बाद खुद फंदे से लटक गया। शनिवार सुबह काफी देर तक जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों ने तोड़ा। भीतर का नजारा देखकर सभी दंग रह गए।
रामनाथ के मुताबिक, बेटे भीमराज की शादी वर्ष 2014 में लालगंज कोतवाली क्षेत्र के सेमरपहा निवासी सोनी के साथ हुई थी। भीमराज की साली की शादी 25 नवंबर को है। उसी सिलसिले में बेटा, बहू व तीन बच्चे सेमरपहा गए थे। शुक्रवार शाम बेटा-बहू गांव आए।
रामनाथ ने बताया कि शाम को भोजन के बाद दोनों बाग में बने कमरे में चले गए। शनिवार सुबह करीब 6 बजे वह पहुंचे तो दरवाजा भीतर से बंद था। आवाज देने पर कोई नहीं बोला। सोचा कि बहू-बेटा सो रहे होंगे।
दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे गांव के लोग
सुबह 6.30 बजे फिर आवाज लगाने पर जवाब नहीं मिला तो आसपास के लोगों को जानकारी दी। छत पर चढ़कर जीने का दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो देखा कि बहू का शव खून से लथपथ चारपाई पर पड़ा है। बेटे का शव कमरे के अंदर रस्सी के सहारे छत के कुंडी से लटका था।
खीरों के कार्यवाहक थाना प्रभारी कृष्णचंद्र व सीओ लालगंज अमित सिंह मौके पर पहुंचे। एएसपी व फोरेंसिक टीम ने भी जांच की। एएसपी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि दंपती में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी वजह से भीमराज ने पहले बांके से गला काटकर पत्नी की हत्या की और फिर खुदकुशी कर ली। घटनास्थल से बांका बरामद कर लिया गया है।
परिवार का इकलौता पुत्र था भीमराज
बेटे व बहू की मौत से रामनाथ के आंसू नहीं थम रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम लोग मजदूरी करते हैं। कभी कोई ऐसी बात नहीं थी, जिसकी वजह से इतनी बड़ी नौबत आती। पता नहीं यह सब कैसे हो गया। भीमराज घर का इकलौता पुत्र था। एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार भीमराज बहुत गुस्सैल था। बात-बात पर नाराज हो जाता था।
…तो घटना को सुनियोजित तरीके से दिया अंजाम
घटना को देखकर कयास लगाया जा रहा है कि भीमराज ने पहले से ही वारदात को अंजाम देने की योजना तैयार कर ली थी। यही वजह रही कि तीनों बच्चों शिवम (9), शुभि (7) और शिवांश (4) को ससुराल में ही छोड़ आया था। पत्नी सोनी देवी के साथ घर लौटा। ग्रामीणों के अनुसार भीमराज बच्चों से बहुत प्यार करता था। पत्नी से नाराज रहता था। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि रुपये की लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था।
