अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। बुंदेलखंड में 2202 करोड़ से सुविधाओं की रेलगाड़ी रफ्तार भरेगी। यहां रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण होगा, रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं बढ़ेंगी और ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए नई तकनीक पर काम किया जाएगा। देश के अंतरिम बजट में पिछले साल से सात प्रतिशत अधिक धनराशि मिलने के बाद झांसी रेल मंडल ने बुंदेलखंड में रेल सुविधाओं को मजबूत बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार सबसे ज्यादा 992.96 करोड़ रेलवे ट्रैक के दाेहरीकरण पर खर्च होंगे।
बुंदेलखंड में यात्री सुविधाओं और रेल परिवहन को लेकर लगातार काम किया जा रहा है। इस बार केंद्र सरकार के अंतरिम बजट से भी बुंदेलखंड को काफी उम्मीदें थीं। रेल बजट में झांसी रेल मंडल काे इस बार 2202.46 करोड़ रुपये मिले हैं। रेलवे अफसरों के मुताबिक यह राशि पिछले साल के मुकाबले 7.69 फीसदी ज्यादा है। इस बजट में से सबसे ज्यादा 992.96 करोड़ ट्रैक दोहरीकरण पर खर्च होंगे। जबकि 344.19 करोड़ यात्री सुविधा, 263 करोड़ आमान परिवर्तन, 210 करोड़ रेल पथ नवीनीकरण, 100.7 करोड़ यातायात सुविधा, संरक्षा कार्याें पर 91.36 करोड़, इलेक्ट्रीफिकेशन पर 90.39 करोड़, पुल निर्माण व अन्य पर 74.75 करोड़, सिग्नलिंग पर 12 करोड़, कारखाने पर आठ करोड़, कर्मचारी कल्याण पर तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। रेलवे अफसरों के मुताबिक बजट से स्टेशनों पर पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने, लिफ्ट व एस्केलेटर लगाने, ट्रेनों में कवच प्रणाली समेत तमाम कार्य किए जाएंगे।
इन कामों के लिए भी मिला बजट
ललितपुर-बिरारी लाइन और फ्लाईओवर निर्माण- 225 करोड़
– दैलवारा-बिरारी कॉर्ड लाइन- 40 करोड़
– झांसी-मानिकपुर, भीमसेन-खैरार रेलवे लाइन- 950 करोड़
– ग्वालियर-श्योपुर कलां आमान परिवर्तन और कोटा तक विस्तार- 500 करोड़
– मथुरा-झांसी तीसरी लाइन निर्माण- 365.58 करोड़
– झांसी-बीना तीसरी लाइन निर्माण – 102 करोड़
चौथे रेल ट्रैक के लिए नहीं मिला बजट
झांसी रेल मंडल में धौलपुर से बीना तक चौथा रेल ट्रैक बनाने की तैयारी है। इसके लिए रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा सर्वे का काम पूरा करके रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा है। 321.80 किलोमीटर लंबे इस नए रेल ट्रैक के निर्माण का अनुमानित खर्च 4,869 करोड़ रुपये आंका गया है। अंतरिम बजट में रेल ट्रैक निर्माण के लिए बजट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन कुछ नहीं मिल सका। अब जुलाई में आने वाले पूर्ण बजट से इस प्रस्ताव के धरातल पर उतरने की आस है।
– मनोज कुमार सिंह, मंडलीय जनसंपर्क अधिकारी