मैनपुरी। तेज हवा के साथ हुई बारिश के चलते पेड़ और डालियां गिरने से बिजली के 150 खंभे टूटे गए। इससे 320 गांवों की बिजली ठप हो गई। शहर में भी चार उपकेंद्रों से आधे से अधिक शहर में छह घंटे तक बिजली नहीं आई। इससे बिजली संकट खड़ा हो गया। डीएम आवास में पेड़ गिरने से बिजली के खंभे और लाइन के साथ ही दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई।
बारिश के साथ-साथ बिजली संकट ने लोगों को बेहाल कर दिया। तेज हवा के साथ हुई बारिश से शहर से लेकर देहात तक बिजली के लिए हाहाकार मच गया। शहर में जहां अलग-अलग क्षेत्रों में छह से सात घंटे तक बिजली नहीं आई, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 150 खंभे टूटने से 320 गांवों की बिजली गुल हो गई।
शहरी क्षेत्र में देवी रोड, सिविल लाइन, ज्योति रोड और पाॅवर हाउस विद्युत उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति दोपहर दो बजे के करीब बंद हो गई। इसके बाद शाम होते ही शहर में अंधेरा छा गया। आधे से अधिक शहर में शाम सात बजे तक बिजली नहीं आई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। डीएम आवास में भी पेड़ गिरने से बिजली की लाइन और आवास की दीवार टूट गई। इससे आवास की भी बिजली बंद हो गई। अधीक्षण अभियंता विद्युत रवि प्रताप ने पहुंचकर यहां टीम के साथ लाइन सही कराई।
जिले भर में 150 से अधिक बिजली के खंभे पेड़ गिरने के चलते क्षतिग्रस्त हो गए। इससे 320 से अधिक गांवों की बिजली आपूर्ति बंद हो गई। इन गांवों में अंधेरा हो गया। यहां बिजली आपूर्ति कब शुरू होगी, इसका भी कोई पता नहीं है। ग्रामीणों को कितनी रातें अंधेरे में काटनी पड़ेंगी, इसका भी जवाब कोई नहीं दे पा रहा है।
आपूर्ति बहाल होने में लग सकते हैं तीन दिन
जिले भर के अलग-अलग क्षेत्रों में 150 बिजली के खंभे टूटने से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। 320 से अधिक गांवों में अंधेरा है। बारिश के चलते विद्युत निगम तेजी से काम भी नहीं कर पा रहा है। वहीं बुधवार को बारिश के चलते एक घंटे भी काम नहीं हो सका। ऐसे में जिले भर की बिजली आपूर्ति सुचारु करने में तीन दिन का समय लग सकता है। इससे लोगों की परेशानी अभी और बढ़ेगी।
हवा के साथ हुई बारिश से विद्युत निगम को बड़ा नुकसान हुआ है। जिले भर में 150 से अधिक बिजली के खंभे टूट गए हैं। लगातार सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। बारिश के चलते कार्य भी नहीं हो पा रहा है। प्रयास है कि जल्द से जल्द खंभे बदलकर बिजली आपूर्ति बहाल कराई जाएगी।
-रवि प्रताप, अधीक्षण अभियंता विद्युत।