
गठबंधन से पहले रालोद ने पास की परीक्षा
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भाजपा के साथ औपचारिक गठबंधन की घोषणा से पहले की बड़ी परीक्षा राष्ट्रीय लोकदल ने पास कर ली है। रालोद राज्यसभा चुनाव में अपने सभी नौ विधायकों के वोट भाजपा प्रत्याशी को दिलवाने में सफल रहा है।
इस तरह तमाम शंका-आशंका को खारिज करते हुए पार्टी 2024 में एनडीए गठबंधन में साथ मिलकर चलने के लिए सामने आई है। राज्यसभा चुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से सभी राजनीतिक दल जोड़-तोड़ में लगे हुए थे। सभी दलों के सामने अपने विधायकों को एकजुट रखना बड़ी चुनौती थी।
सबसे ज्यादा निगाह छोटे दलों पर थीं। इसके साथ ही रालोद के चुनाव निशान पर लड़े और सपा से आए दो विधायकों को लेकर भी कई तरह की चर्चाएं थीं। इसे देखते हुए रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने दो बार विधायक दल की बैठक भी की थी।
अंतिम परिणाम आने के बाद रालोद ने राहत की सांस ली है, क्योंकि गठबंधन के एलान से पहले रालोद ने अपनी एकजुटता को दिखाया है। इस पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि हमें पहले से कोई शंका नहीं थी कि हमारे विधायक विपक्ष के किसी प्रत्याशी को मतदान करेंगे।