
रामलला का दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु।
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रामजन्मभूमि परिसर में नवनिर्मित मंदिर में विराजे बालक राम के दर्शन को भक्तों का रेला लगातार उमड़ रहा है। रविवार को छठवें दिन भी दो लाख श्रद्धालु रामलला के दरबार पहुंचे और दर्शन-पूजन किया। दर्शनार्थी रामलला की दिव्य छवि का दर्शन कर व प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का प्रसाद पाकर निहाल हो रहे हैं। राममंदिर ट्रस्ट की ओर से रामलला के दर्शनार्थियों को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का प्रसाद वितरित किया जा रहा है।
तिरुपति बालाजी मंदिर ट्रस्ट की ओर से रामलला के लिए अर्पित किए गए प्रसाद को भक्तों में बांटा जा रहा है। रविवार को छुट्टी का दिन था इसलिए बड़ी संख्या में आस-पास के जिलों से भी भक्तों का रेला अयोध्या पहुंचा था। सभी भक्त सुगमता पूर्वक दर्शन कर रहे हैं। फैजाबाद निवासी सोनिया, प्रियंका व सुशीला रामलला का दर्शन कर खुश थीं। कहा कि रामलला की मूर्ति बहुत ही सुंदर बनी है, सामने जाने पर ऐसा लगता है जैसे रामलला हमें ही देख रहे हों। लखनऊ निवासी राजकरन सिंह ने कहा दर्शन में कोई दिक्कत नहीं हुई है, सामान जमा करने में थोड़ी परेशानी हो रही है, बाकी दर्शन सुगमता पूर्वक हो रहे हैं।
वहीं विहिप के मेरठ, चित्तौड़ समेत जोधुपर प्रांत के करीब सात हजार कार्यकर्ता भी अयोध्या पहुंचे और रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। मेरठ से आए विहिप के कार्यकर्ता विनीत कुमार ने बताया कि पांच सौ साल की लड़ाई के बाद रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है। रामलला का दर्शन कर मन प्रसन्न है, बलिदानी कारसेवकों के संकल्प की सिद्धि अब जाकर हुई है। जोधपुर के सज्जन शर्मा ने कहा कि रामजन्मभूमि पथ पर कदम रखते ही मंदिर का शिखर नजर आने लगता है, मंदिर बहुत ही अद्भुत बना है।
नाकाफी साबित हो रही लॉकर की सुविधा
रामलला के दर्शन को आतुर रामभक्तों की भीड़ छंटने का नाम नहीं ले रही है। रोजाना करीब दो लाख भक्त रामलला के दर्शन को पहुंच रहे हैं। भारी भीड़ के चलते ट्रस्ट की ओर से की गई लॉकर की व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। तीर्थयात्री सुविधा केंद्र में अभी छह हजार भक्तों के सामान रखने की व्यवस्था है, हालांकि 15 नए लॉकर बनाए जा रहे हैं, लेकिन अभी कुछ समय लगेगा। ऐसे में श्रद्धालुओं को अपना सामान सुरक्षित रखने में दिक्कत को रही है। प्राइवेट लॉकर में सामान जमा करने पर शुल्क लिया जाता है। सामान न रख पाने की स्थिति में कुछ श्रद्धालु बिना दर्शन किए ही लौट रहे हैं।