
रामलला के दर्शन करने पहुंच रहे हैं श्रद्धालु।
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रामलला के सुगम दर्शन के लिए रोजाना 2400 पास जारी किए जाएंगे। पासधारकों के लिए दर्शन का समय भी निर्धारित किया गया है। छह पालियों में पासधारकाें को दर्शन मिलेगा। हर पाली को दो-दो घंटे में विभाजित किया गया है। सुगम दर्शन के लिए हर पाली में 300 पास व 100 विशिष्ट पास बनाए जाएंगे। नई व्यवस्था शनिवार से लागू
हो जाएगी। राममंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि दर्शन व्यवस्था को आसान करने के लिए कुछ नई सुविधाएं बनाई गई हैं। रोजाना 2400 पास जारी किए जाएंगे। इसमें दो तरह के पास होंगे। एक सुगम दर्शन पास होगा, जबकि दूसरा विशिष्ट पास होगा। पासधारकों के लिए सुबह सात से नौ, नौ से 11, दोपहर एक से तीन, तीन से पांच, पांच से सात व सात से नौ बजे का समय निर्धारित किया गया है। सुबह 11 से एक बजे तक पास की सुविधा नहीं रहेगी। सुगम दर्शन के तहत प्रत्येक पाली में तीन सौ लोग दर्शन करेंगे। जिनके सामान सुग्रीव किला सेवा केंद्र में जमा होंगे। 300 में 150 पास ऑनलाइन होंगे, शेष 150 पास रिजर्व होंगे, जो ट्रस्ट की संस्तुति पर ही बनेंगे। हर पाली में 100 विशिष्ट पास भी बनेंगे। ये भी केवल ट्रस्ट की संस्तुति पर ही बनाए जाएंगे।
तीन आरती में शामिल होंगे 300 भक्त
डॉ. अनिल ने बताया कि रामलला की तीन आरती में भक्तों को शामिल होने का मौका मिलेगा। सुबह मंगला आरती 4:30 बजे, शृंगार आरती 6:15 बजे और शयन आरती रात 10 बजे होगी। हर आरती के लिए 100 पास जारी किए जाएंगे। इसमें 20 ऑनलाइन, 30 पास खिड़की से बनेंगे।। 50 पास रिजर्व रहेंगे, जो सिर्फ ट्रस्ट की संस्तुति पर बनेंगे।
रोज 45 मिनट विश्राम करेंगे रामलला
डॉ. अनिल ने बताया कि रामलला को अब रोजाना 45 मिनट का विश्राम कराया जाएगा। बताया कि दोपहर 12 बजे रामलला की आरती होगी, भोग लगेगा। इसके बाद मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। आरती और भोग की प्रक्रिया में 15 से 20 मिनट लगते हैं। इसके बाद दोपहर एक बजे से पुन: दर्शन शुरू होंगे।