
अयोध्या राम मंदिर।
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प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार को श्रीराम मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी तो धक्का-मुक्की से कई लोग जख्मी हो गए। इनमें तीन श्रद्धालुओं का पैर फ्रैक्चर होने से मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल भेजकर इलाज करवाया गया। जबकि अन्य कई मरीज अलग-अलग अस्पतालों व उपचार केंद्रों पर इलाज करवाए।
मंगलवार को श्रीराम मंदिर में भीड़ का दबाव बढऩे पर धक्का-मुक्की होने लगी। परिसर में अपर निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण, सीएमओ डॉ. संजय जैन व नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राममणि शुक्ला स्वयं चिकित्सीय टीम के साथ मुस्तैद रहे और मरीजों को एंबुलेंस से श्रीराम अस्पताल भेजवाया। शाम चार बजे तक यहां पहुंचे 67 मरीजों का इलाज किया गया। इनमें अधिकांश में मामूली चोटें, बेहोशी व बेचैनी के लक्षण, घबराहट आदि नजर आए।
आंध्र प्रदेश के मुरली कृष्णा के पैर में चोट लगी थी।
एंबुलेंस से उन्हें मेडिकल कॉलेज भेजवाया गया। वहीं उड़ीसा से आए साधू नभाधन शरण व बिहार के बेगूसराय निवासी सुरेंद्र मेहतो के पैर में फ्रैक्चर होने पर प्लास्टर चढ़वाया गया। इसके अलावा विवेक (17), रमेश (57), संतोष शर्मा (45), सालिकराम (65) सहित सात मरीजों को श्रीराम अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। ट्रामा सेंटर में भर्ती करके उनका उपचार हुआ।
अपर निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि रामनगरी में विभिन्न स्थानों पर एंबुलेंस तैनात है। मरीजों को तत्काल अस्पताल तक पहुंचाकर इलाज कराया जा रहा है। चिकित्सा शिविरों में भी टीम तैनात है। श्रीराम अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि अधिकांश मरीज मामूली रूप से जख्मी थे। गंभीर होने पर कुछ मरीजों को रेफर किया गया है।