Ramlala Pran Pratishtha: Kajal will be applied to PM Ramlala with gold wire

PM Modi in ayodhya
– फोटो : ANI

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रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूजन के वक्त नेत्र मिलन की विधि होगी। इसके बाद ही भक्त रामलला के दर्शन कर पाएंगे। नेत्रमिलन की विधि में यजमान पीएम नरेंद्र मोदी मूर्ति के पीछे खड़े होकर और मूर्ति के सामने लगे दर्पण में देखते हुए सोने के तार से घी और शहद मिश्रित विशेष काजल मंत्रोच्चार के साथ मूर्ति के नेत्रों में लगाएंगे। इसके बाद मूर्ति के सामने स्वर्ण रखा जाता है।

 भगवान के आंख पर बंधी पट़्टी खोलने से पहले भगवान का 121 कलशों के जल से अभिषेक होगा। इसके बाद भगवान के नेत्रों को नेत्रमिलन की विधि से खोला जाएगा। पंडित कौशल्यांनदन बताते हैं कि किसी भी मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा में नेत्रमिलन की विधि बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। यह पूजन विधि पूरी होने के बाद ही भक्त भगवान का पहली बार दर्शन कर पाते हैं। भगवान की पहली दृष्टि काफी तीखी होती है, इसलिए उस दृष्टि को सौम्य करने के लिए यह वैदिक विधि अपनाई जाती है। 

प्राण प्रतिष्ठा के समय ब्लड बैंक फुल रखने की कवायद शुरू

प्राण प्रतिष्ठा के दौरान ब्लड बैंक रक्त से फुल रहेंगे। इसके लिए अभी से कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए सेना, सीआरपीएफ, पुलिस व पीएसी के जवानों से भी रक्तदान के लिए संपर्क साधा जा रहा है। बीते दिनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों की समीक्षा की थी। उन्होंने जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक को फुल रखने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में गुरुवार को रक्तदान शिविर की शुरुआत प्रयास ट्रस्ट के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में हुई है। 

जिला पंचायत सदस्य हरिशंकर यादव छोटू ने शिविर का शुभारंभ किया। शिविर में आत्माराम वर्मा, बृजभूषण यादव, विजय प्रताप यादव, सर्वेश कुमार यादव, नरेंद्र कुमार, सूरज निषाद, नौशाद खान, अंकित यादव, देवेंद्र कुमार यादव समेत 26 युवकों ने रक्तदान किया। विभागाध्यक्ष डॉ. डीके सिंह ने बताया कि ब्लड बैंक की क्षमता 1000 यूनिट है। प्रतिमाह करीब 150 यूनिट की मांग रहती है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में काफी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा होगा। इसके लिए अभी से प्रयास किया जा रहा है।

 



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