
कृष्ण जन्माष्टमी
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पर 26 अगस्त को इस बार 75 वर्ष के बाद द्वापरयुगीन सौभाग्य योग बन रहा है। इसमें चार शुभ योग का संयोग है। इसलिए भगवान श्रीकृष्ण का 5251वां जन्मोत्सव विशेष है। भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर व्रत रखने से भक्त की मनोकामना पूर्ण होंगी और दो गुना फल प्राप्त होगा।
ज्योतिषाचार्य अजय तैलंग ने बताया कि भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण हुआ था। साधक भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर व्रत रख कृष्ण कन्हैया की भक्ति भाव से पूजा-अर्चना करते हैं। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर दशकों बाद द्वापरकालीन शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि द्वापर युग में जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था उस बेला में रोहणी नक्षत्र के साथ अष्टमी की सूर्य बेला सर्वार्थ सिद्धि योग एवं लक्ष्मी योग था यह संयोग इस वर्ष भी पड़ रहा है।