कबाड़ का काम करते हो और पुलिस से परमिशन नहीं लोगे। तुम लोगों को जेल भेज दूंगा। उलटे सीधे केस में फंसाकर एनकाउंटर कर दूंगा। यह सुनकर संभल के चौधरी सराय निवासी कबाड़ी गय्यूर अहमद सकपका गए।
वर्दी पहने शख्स ने पिस्टल भी निकालकर धमकाया। इसके बाद पांच हजार रुपये की मांग की। जब कबाड़ी ने 500 रुपये दिए तो वह लेकर चलने लगा। इस गतिविधि को देखकर कबाड़ी और आसपास के लोगों को शक हुआ।
जब सिपाही से पूछताछ की तो वह घबराने लगा। पिस्टल भी नकली सी प्रतीत हुई। इतना शक होने पर कबाड़ी व अन्य लोगों ने पकड़ लिया और कोतवाली लेकर पहुंच गए। जहां फर्जी सिपाही होने की पुष्टि हुई।
इसके बाद पुलिस ने कबाड़ी की तहरीर के आधार पर रंगदारी मांगने व अन्य गंभीर आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पकड़े गए आरोपी ने अपनी पहचान जुनावई थाना क्षेत्र के गांव पुशावली निवासी विशनु बाबू के रूप में कराई है।
आरोपी वर्दी पहनकर बृहस्पतिवार की दोपहर करीब 12.30 बजे गय्यूर अहमद की कबाड़ की दुकान पर पहुंचा था। बाइक से उतरते ही कबाड़ी को धमकाना शुरू कर दिया था। पांच हजार रुपये की मांग की थी लेकिन पांच सौ रुपये लेकर जाने लगा।
कबाड़ी व अन्य लोगों ने जब तैनाती को लेकर सवाल किया तो वह घबरा गया। इसके बाद ही लोगों ने पकड़ लिया। आरोपी जो पिस्टल दिखा रहा था, वह खिलौना थी। जो देखने में असली लग रही थी।
कोतवाली में पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह वर्दी पहनकर लोगों को धमकाता है और वसूली करता है। इसी तरह कबाड़ी से वसूली करने के लिए पहुंचा था। पुलिस ने वर्दी के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस के लोगो भी बरामद किए हैं।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह हरिद्वार में भी दरोगा बनकर धमकाने के मामले में पकड़ा गया था लेकिन माफी मांगने पर लोगों ने छोड़ दिया था। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपी के कब्जे से बाइक बरामद की है।
जिसकी जांच कराई जा रही है। आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। जो पिस्टलनुमा खिलौना बरामद हुआ है।
