Remembered cleanliness after seeing monsoon

नाले की साफ सफाई करते हुए

अमेठी। मानसून जब दस्तक दे चुका है तब जिले के जिम्मेदारों को नाली नाले की सफाई की याद आई। बारिश के दिनों में जिले की चारों नगर निकाय के बाशिंदों को जलभराव की समस्या का दंश झेलना पड़ता है। कई सड़कें, सरकारी परिसर व मोहल्ले बारिश से तालाब बन जाते हैं।

हालात ऐसे बनते हैं कि जायस नगर पालिका कार्यालय परिसर बारिश के पानी से जलमग्न हो जाता है। नालियों का पानी घरों तक पहुंच जाता है। यही हाल अमेठी में भी बन जाते हैं। गौरीगंज नगर पालिका के पास अभी पर्याप्त संसाधन तक नहीं हैं। कुछ ऐसे ही हालात मुसाफिरखाना में भी बन जाते हैं।

हालांकि, इनके जिम्मेदारों के दावे बड़े हैं। कहा जा रहा है कि बारिश से पहले की तैयारियां पूरी हैं। जलनिकासी व्यवस्था, नालों की सफाई आदि कराई जा रही है। बारिश आते-आते सब दुरुस्त कर लिया जाएगा।

नगर पालिका गौरीगंज में- 25 वार्ड

नगर पालिका जायस में – 25 वार्ड

नगर पंचायत अमेठी में- 12 वार्ड

नगर पंचायत मुसाफिरखाना में- 10 वार्ड

बाेले लोग, तीन माह स्थिति बदतर रहती है

नगर पंचायत अमेठी निवासी अधिवक्ता राजेश मिश्रा ने कहा कि बारिश की दिनों में तहसील परिसर जलमग्न हो जाता है। फरियादियों, कर्मचारी व अधिवक्ताओं को परेशानी होती है। अमित शुक्ला कहते हैं कि बाईपास बनने से आवास विकास कॉलोनी की जलनिकासी व्यवस्था बदतर हो गई है। तीन माह दिनचर्या प्रभावित हो जाती है। ज्यादा जलभराव से कभी-कभी घरों व दुकानों में पानी पहुंच जाता है।

– जायस नगर पालिका के कजियाना निवासी शरद सोनकर ने कहा कि सप्ताह में एक बार सफाई होती है। नालियां चोक हैं। सैदाना के रामजी ने बताया कि नालियां खुली हैं। बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या हो जाती है।

– नगर पालिका मुसाफिरखाना के बार अध्यक्ष केके सिंह ने बताया कि जलनिकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। बारिश में तहसील परिसर में जलभराव हो जाता है। सिमरनजीत सिंह, रणदीप सिंह और रविंद्र पांडेय ने बताया कि बस स्टेशन, थाना परिसर व कई वार्डों में जलभराव हो जाता है। – नगर पालिका गौरीगंज निवासी धर्मेश शुक्ला, दीपू तिवारी, राममिलन सिंह व सुग्रीव अग्रहरि ने बताया कि नगर पालिका क्षेत्र बड़ा है। जलभराव की समस्या तकरीबन हर मोहल्ले में होती है। यहां अभी पर्याप्त संसाधन भी नहीं हैं। राहुल कसौंधन ने बताया कि बरसात के बाद नालियां ओवरफ्लो हो जाती हैं। लोक निर्माण विभाग अतिथि गृह, गौरीगंज कोतवाली, कांग्रेस कार्यालय के पास, जामो तिराहे के पास कई स्कूलों में पानी भर जाता है। गलियों में कीचड़ से रास्ता चलना मुश्किल हो जाता है।

बोले जिम्मेदार, कराई जा रही व्यवस्थाएं

– बारिश में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए दोनों नगर पालिका क्षेत्र में नाले, नाली की सफाई अभियान चलाया जा रहा है। 90 फीसदी सफाई का काम पूरा कर लिया गया है। गौरीगंज में करीब ढाई किलोमीटर और जायस में करीब डेढ़ किलोमीटर नाला नाली निर्माण प्रस्तावित है। बजट स्वीकृत के बाद निर्माण कराया जाएगा। नगर पालिका क्षेत्र में जल निकासी के लिए तीन बड़े नाले बनाए जा रहे हैं। यह कार्य भी बरसात तक पूरा कर लिया जाएगा।

रवींद्र मोहन, ईओ गौरीगंज व जायस

– जलभराव न हो, इसके लिए सभी वार्ड की नाले-नालियों की सफाई चल रही है। सफाई नायक की अगुवाई में टीम गठित की गई है। पानी निकालने के लिए मशीन व पंपिंग सेट की व्यवस्था की गई है।

अभिनव यादव, ईओ, अमेठी

-बारिश में वार्ड नंबर 4 स्थित तालाब के पास जल भराव की समस्या होती थी, इसके लिए पंपिंग सेट लगाना पड़ता था, लेकिन इस बार नाला निर्माण कराया जा रहा है। संभव है कि जलभराव से राहत मिलेगी।

बृजेश कुमार अग्रहरि, अध्यक्ष नगर पंचायत, मुसाफिरखाना

जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता से लिया जाएगा। जल निकासी के संबंध में नाली नालों की सफाई बारिश से पूर्व होनी चाहिए, सिर्फ कागजों पर नहीं होना चाहिए। जहां भी जल भराव की समस्याएं हैं। जिला प्रशासन से बात कर जल भराव की समस्या दूर कराई जाएगी।

किशाेरी लाल, सांसद, अमेठी

जलभराव की समस्या दूर करने के लिए नाला और नाली की सफाई कराई जा रही है। अन्य सभी तैयारियां की जा रही हैं। जिससे जरूरत पड़ने पर तत्काल जल निकासी की व्यवस्था कराई जा सके।

अंजू कसौधन, नगर पंचायत अध्यक्ष, अमेठी

जिला प्रशासन से बारिश में होने वाले जलभराव को लेकर बात की गई है। नालियों की सफाई और आवास विकास में नाला निर्माण के लिए भी कहा गया है। जल निकासी के लिए उनकी ओर से जो भी संभव होगा, प्रयास किया जाएगा।

अरूण प्रजापति, प्रतिनिधि अमेठी विधायक



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