काशी के 90 फीसदी से ज्यादा निवासी यूपीआई से लेनदेन करते हैं। यूपीआई के साथ ही नेट बैंकिंग और वॉलेट्स को मिला दें तो ये तादाद 91 फीसदी होगी। 28 फीसदी ने माना कि डिजिटल भुगतान में कमी के पीछे तकनीक नहीं, बल्कि जानकारी और सावधानी की कमी मुख्य समस्या है। शहर के 74 फीसदी लोग सोशल मीडिया के रेगुलर यूजर हैं जबकि 17 फीसदी ने कभी न कभी किसी संदेहास्पद लिंक पर क्लिक किया है।
वहीं, 15 फीसदी लोगों को साइबर सिक्योरिटी शब्द के बारे में जानकारी ही नहीं है। ये तथ्य बीएचयू के वाणिज्य संकाय में हुए एक अध्ययन में सामने आए हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. लाल बाबू जायसवाल और उनकी शोध छात्रा महिमा, मुस्कान, अनीशा और हर्ष पंडित की ओर से दो महीने से अध्ययन कर गांव और शहर दोनों जगहों से 240 लोगों से बातचीत और लिखित आंकड़े जुटाए गए। कुल 62 सवाल पूछे गए।
