
सांकेतिक फोटो।
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राजधानी लखनऊ में बख्शी का तालाब की रेवामऊ ग्राम पंचायत में सड़क निर्माण हुए गबन और पार्क के सुंदरीकरण का दावा कर रकम हड़पने के प्रयास के मामले में जिम्मेदार अफसर जांच की फाइल ही दबाए बैठे रहे। यही वजह है कि आदेश के बावजूद डेढ़ महीने पहले दोषी ठहराए गए कर्मचारियों से अब तक न तो रकम की रिकवरी की जा सकी और न ही उन पर केस दर्ज कराया गया।
इन दोनों मामलों में प्रधान पूजा सिंह, तत्कालीन सचिव आनंद चतुर्वेदी, तत्कालीन तकनीकी सहायक राजेश कुमार गुप्ता व रोजगार सेवक को दोषी पाया गया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर गबन की गई एक लाख 39 हजार 42 रुपये की रिकवरी और इन पर केस दर्ज कराने का आदेश हुआ था। 26 अक्तूबर को ये आदेश हुआ था।
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