कानपुर देहात में भाजपा के भीतर अंदरूनी कलह और गुटबाजी खुलकर सामने आई है। इसके बाद महिला कल्याण राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी और पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज शुक्ला व राजेश तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सभी से सात दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।

loader

Trending Videos

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के निर्देश पर पार्टी के मुख्यालय प्रभारी और महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला की ओर से बृहस्पतिवार को नोटिस जारी किया गया है। इसमें पार्टी ने तीनों नेताओं की बयानबाजी और गतिविधियों को पार्टी के आचरण के विपरीत माना है। इसे अनुशासनहीनता बताया है। पार्टी नेतृत्व ने यह चेतावनी भी दी है कि तय समय सीमा में संतोषजनक जवाब न देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

ये भी पढ़ें – राहुल गांधी की सुरक्षा बढ़ाई जाए: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने गृहमंत्री को भेजा पत्र, की मांग



ये भी पढ़ें – खाद संकट: यूरिया की बढ़ी निगरानी, सीमावर्ती जिलों में हर बोरी का सत्यापन शुरू, कालाबाजारी रोकी जाएगी

सांसद और पूर्व सांसद के गुटों के बीच वार पलटवार से बिगड़ी बात

25 जुलाई को भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला और उनके पति अनिल शुक्ला वारसी ने थाने में धरना दिया था। मौजूदा सांसद देवेन्द्र सिंह भोले के गुट के लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके जवाब में भोले गुट के माने जाने वाले कानपुर देहात के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज शुक्ला, राजेश तिवारी ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर राज्यमंत्री और उनके पति पर गंभीर आरोप लगाए। इस पर बुधवार को मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भोले पर ब्राह्मण और क्षत्रियों को लड़ाने का आरोप लगाया।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *