आगरा। यमुना पार में प्रस्तावित नए वाटरवर्क्स के निर्माण और पाइप लाइन बिछाने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड से हाईवे तक सड़कों की खुदाई होगी। इससे पहले नमामि गंगे परियोजना के तहत जिले में 500 किमी. से अधिक लंबाई में सड़क खोदी गई थी। इनकी मरम्मत में लापरवाही के बाद बिना अनुमति सड़क खोदने पर रोक लगा दी गई थी।
आगरा पेयजल योजना जोन-1 व 2 के लिए अब नए सिरे से कवायद हो रही है। इस योजना के तहत यमुनापार, कछपुरा व ट्रांस यमुना क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए नया वाटर वर्क्स, ओवरहेड टैंक, डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन नेटवर्क बिछाया जाएगा। इसके लिए रोड कटिंग होगी। नगर निगम व संबंधित विभागों ने रोड कटिंग की अनुमति के लिए यूपीसीडा से लेकर एनएचएआई तक से अनुमति मांगी है। मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह परियोजना की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने रोड कटिंग की अनुमति व अनापत्ति को लेकर सभी विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। छलेसर में वाटर टैंक बनाए जाएंगे। ऐसे में सड़क खुदाई के अलावा कई जमीनों का स्थानांतरण होगा।
यमुना एक्सप्रेस, जलेसर रोड, कुबेरपुर में भी सड़कें खोदी जाएंगी। पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कों की मरम्मत भी संबंधित विभाग को करनी होगी। मरम्मत में लापरवाही पर कार्रवाई हो सकती है। पूर्व में नमामि गंगे योजना के तहत खोदी गई सड़कों की मरम्मत में लापरवाही मिलने पर तत्कालीन मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने ठेकेदार फर्मों के विरुद्ध जुर्माना लगाया था।
