श्रावस्ती। भंगहा बाजार में शनिवार रात धार्मिक झंडा लगाने को लेकर दो समुदायों में बवाल हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों तरफ से पथराव होने लगा। इसमें एक महिला समेत आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। वहीं, मारपीट और बवाल की सूचना पर इलाके में भारी फोर्स तैनात कर दी गई। पुलिस ने दोनों पक्षों से 44 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। इनमें 24 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। सुरक्षा को लेकर माैके पर एसडीएम भिनगा सुरक्षाबल के साथ कैंप कर रहे हैं। स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन पूरी तरह से नियंत्रण में है।
भिनगा कोतवाली क्षेत्र के भंगहा चौकी के भंगहा बाजार में शनिवार देर शाम हिंदू परिवार के कुछ बच्चे नवरात्र को लेकर झंडा व बैनर लगा रहे थे। इस दौरान बच्चे बाजार निवासी मुस्तकीम के घर के सामने लगे विद्युत पोल पर पर धार्मिक बैनर लगाने लगे। इसका मुस्तकीम के पुत्र आजाद ने विरोध किया। इसके बाद भी बच्चे सीढ़ी के सहारे बैनर लगाने लगे। तभी किसी ने सीढ़ी खींच लिया। इससे बैनर लगा रहा किशोर नीचे गिर गया। इसी बात को लेकर दोनों समुदाय के बच्चों में विवाद शुरू हो गया। इस बीच वहां माैजूद समुदाय विशेष के लोगों ने बैनर लगा रहे बच्चों की जमकर पिटाई कर दी। इसकी जानकारी हाेते ही दूसरे पक्ष के लोग भी माैके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद मारपीट होने लगी। इसके बाद देखते ही देखते दोनों पक्षों में ईंट पत्थर चलने लगे। ईंट व पत्थर चलने से वहां भगदड़ मच गई। एक पक्ष से शकुंतला (55) पत्नी रामचंदर, प्रीतम (17) पुत्र अरुण पटवा व दूसरे पक्ष से इमरान (25) पुत्र मुन्ना सहित करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। इसमें से महिला की हालत गंभीर होने के कारण उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। भंगहा चौकी पुलिस की सूचना पर मल्हीपुर, भिनगा, सोनवा पुलिस व पीएसी के जवानों के साथ पहुंचे एएसपी प्रवीण कुमार यादव माैके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद वहां बवाल कर रहे लोगों को खदेड़ा। पुलिस ने रात में ही दोनों पक्षों के 44 उपद्रवी के विरुद्ध नामजद मामला दर्जकर 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को एसडीएम भिनगा पीयूष जायसवाल व सीओ संतोष कुमार भारी पुलिस बल के साथ कैंप कर रहे हैं। स्थिति तनावपूर्ण लेकिन पूरी तरह नियंत्रण में है।
एक पखवाड़े पूर्व ही लिख दी गई थी पटकथा
भंगहा में शनिवार रात घटी यह घटना अचानक यूं ही नहीं घटी। इसकी पटकथा एक पखवाड़ा पूर्व भंगहा चौकी में आयोजित पीस कमेटी की बैठक में ही लिखी जा चुकी थी। पीस कमेटी की बैठक में हिंदू समुदाय के लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों से अपना झंडा व बैनर बारह रबीउल अव्वल पर त्योहार से एक दिन पूर्व लगाने की बात कही थी। तब समुदाय विशेष के लोगों के न मानने पर हिंदू समुदाय के लोगों ने नवरात्र पर काफी समय पहले ही झंडा लगाने का दावा किया था। इसके बावजूद समुदाय विशेष के लोगों ने कई दिन पहले ही झंडा लगा दिया था। ऐसे में शनिवार रात दूसरे समुदाय के कुछ बच्चे धार्मिक झंडा बैनर लगा रहे थे। इसी के बाद यह घटना घटी।
समय से चेत जाती पुलिस तो नहीं होती घटना
घटना से करीब दो घंटा पूर्व भंगहा तिराहे के निकट मंसूर की दुकान के सामने झंडा लगाते समय दोनों समुदाय के लोगों में कहासुनी हुई थी। आसपास मौजूद लोगों के समझाने के बाद विवाद टल गया था।लोगों का कहना है कि इसकी जानकारी पुलिस काे दी गई थी। यदि पुलिस पहले से ही गंभीरता दिखा देती तो ऐसी घटना नहीं होती।
डीएम एसपी ने गश्त कर किया शांति की अपील
भंगहा में घटी घटना के बाद रविवार भंगहा पहुंचे डीएम अजय कुमार द्विवेदी व एसपी घनश्याम चौरसिया ने पुलिस बल के साथ भंगहा बाजार में पैदल गश्त किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने, अफवाहों पर ध्यान न देने व अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दिया है। वहीं पूर्व सांसद व जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्रा ने लोगों से अपील किया है कि लोग अमन चैन बनाए रखें। किसी भी पक्ष के साथ अन्याय नहीं होगा। घटना के जो भी दोषी होगे उन्हें हमारी सरकार में बख्शा नहीं जाएगा।
होगी कड़ी कार्रवाई
जिले की कानून व्यवस्था व अमन चैन बिगाड़ने का प्रयास करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में भी यह देखा जाएगा कि पहले कौन सा पक्ष अगेषित हुआ। उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। दोनों पक्ष से 44 लोगों के विरुद्ध नामजद मामला दर्ज कर 23 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही शेष आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में हैं।
घनश्याम चौरसिया एसपी