Sakshi had become the school topper in the ninth class, pressure of repeating the performance took her life

fatehpur student suicide case
– फोटो : अमर उजाला

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फतेहपुर जिले में नौवीं कक्षा में स्कूल टॉपर होने से हाईस्कूल में भी यही प्रदर्शन दोहराने का दबाव साक्षी के कोमल मन पर भार बन गया। इसे पूरा करने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही साक्षी के अंतिम दो पेपर उसकी उम्मीद के मुताबिक नहीं हुए। उसे इसका अहसास पेपर के बाद ही हो गया था। उसी समय से वह चिंता में डूब गई थी।

इसके बाद वह अवसाद में चली गई। परीक्षाफल में दोनों पेपरों से ही साक्षी की मेरिट बिगड़ी। ये सदमा साक्षी को मन ही मन कचोटता जा रहा था। अति उम्दा प्रदर्शन के दबाव के बीच अपनी उम्मीदों पर खरा न उतर पाने से साक्षी को गहरा आघात लगा। छह मई की रात घर के बाहर पशुबाड़े के पास उसने पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी।



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