Sambhal: Administration did not receive the report of Pollution Control Board, work of removing soil in Bawdi

चंदाैसी में बावड़ी की खोदाई
– फोटो : संवाद

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चंदौसी के मोहल्ला लक्ष्मणगंज में मिली बावड़ी से लगातार मिट्टी निकालने का काम जारी है। हालांकि, खोदाई का काम बंद रहा। एएसआई की टीम ने खोदाई के समय गैस निकलने पर खोदाई के काम पर रोक लगा दी थी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने भी मौके पर आकर जांच की थी। अब रिपोर्ट आने के बाद ही बावड़ी में कुएं की खोदाई का कार्य किया जाएगा।

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हालांकि, टीम ने अभी तक एसडीएम को रिपोर्ट नहीं सौंपी है। सनातन सेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख कौशल किशोर वंदेमातरम् ने 21 दिसंबर को मोहल्ला लक्ष्मणगंज के खाली प्लाट में बावड़ी होने का दावा करते हुए डीएम राजेंद्र पैंसिया को प्रार्थनापत्र दिया था। इस पर उसी दिन खोदाई शुरू हुई तो बावड़ी अस्तित्व में आने लगी।  

बावड़ी में ऊपर की करीब दूसरी मंजिल तक खोदाई की जा चुकी है। दो जनवरी को दूसरी मंजिल से कुएं स्थल पर जा रही खोदाई का कार्य एएसआई की टीम ने गैस निकलने पर रुकवा दिया था। छह जनवरी को उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मुरादाबाद के सहायक अभियंता महेंद्र सिंह की देखरेख में गैस की जांच कराई गई थी। 

इसमें प्रथम दृष्टया गैस जहरीली नहीं होने की बात सामने आई थी। मशीन से चार घंटे वायु गुणवत्ता की जांच भी कराई गई थी। जिसकी रिपोर्ट विभाग को बुधवार को एसडीएम को सौंपी जानी थी। एसडीएम नीतू रानी ने बताया कि उन्हें अभी रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है।

पुलिस रही तैनात

बुधवार को सुबह आठ बजे नगर पालिका परिषद के कर्मचारी मजदूर बावड़ी पहुंचे और कुएं के बाहर जमा मिट्टी को निकाल कर बाहर फेंका। करीब एक बजे तक मिट्टी निकालने का कार्य किया गया। पांच घंटे बाद एक बजे कार्य बंद कर दिया गया। वहीं एहतियातन पुलिस शाम पांच बजे तक तैनात रही।

आरएसएस अलीगढ़ व हाथरस के पदाधिकारी बावड़ी पहुंचे

ऐतिहासिक धरोहर बावड़ी कुएं पर सनातन सेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख कौशल किशोर वंदेमातरम के साथ अलीगढ़ के आरएसएस के सह विभाग संघ चालक ललित कुमार, हाथरस से विजय कुमार, मनोहर लाल, राजीव गुप्ता आदि स्वयंसेवकों के साथ निरीक्षण के लिए पहुंचे।

उन्होंने उक्त धरोहर स्थल का निरीक्षण करते हुए कहा कि उक्त प्राचीन धरोहर हमारी सनातनी परंपरा व हिंदू रजवाडों का उत्कृष्ट जीवंत साक्ष्य है। ऐसी प्राचीन धरोहर को उजागर करने की पहल को संभल जिला प्रशासन बधाई का पात्र है।



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