सोमवार की रात आठ बजे करीब गांव अहमदनगर थरैसा में दिवाली पर आतिशबाजी छोड़ने को लेकर दो समुदाय के बीच हुए झगड़े में बड़े कूद गए। मारपीट के साथ पथराव हुआ। इसमें बच्चों व महिलाओं समेत करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया। घायलों का उपचार कराया गया है। मामला दो समुदाय के बीच का होने पर गांव में पुलिस व आरआरएफ के जवान तैनात कर दिए गए हैं। वहीं कुछ लोग समझौते के प्रयास में जुट गए हैं।
गांव अहमदनगर थरैसा निवासी धर्मपाल जाटव के घर बदायूं के इस्लामनगर क्षेत्र के महरोला गांव निवासी 12 वर्षीय धेवता तनिष्क आया हुआ था। जोकि दिवाली पर आतिशबाजी छोड़ रहा था। तभी दूसरे समुदाय का एक बच्चा सादिक भी आतिशबाजी देखने पहुंच गया।
जहां किसी बात को लेकर दोनों बच्चों में झगड़ा हो गया। इसके बाद उनके परिजन आपस में बच्चों के विवाद को लेकर झगड़े पर आमादा हो गए। देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव होना शुरू हो गया। सूचना पाकर थाना प्रभारी मनोज कुमार वर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
सीओ मनोज कुमार भी पहुंच गए। पुलिस ने घटनास्थल पर खड़े लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत किया। पथराव में तनिष्क, मित्रपाल को चोटें आई हैं। फिलहाल एक पक्ष के धर्मपाल सिंह की ओर से सादिक, आरिफ सहित सात लोगों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
थाना प्रभारी मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि इस मामले में किसी भी पक्ष से कोई तहरीर नहीं मिली है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियातन पुलिस व आरआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं।