रायबरेली। जिले में बृहस्पतिवार को सर्दी का सितम और बढ़ गया। दिनभर धूप के दीदार नहीं हुए। गलन भरी ठंड ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। लोग घरों में ही दुबके रहे और सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा लिया। ऐसे में कक्षा आठ तक के स्कूलों में 29 व 30 दिसंबर को अवकाश कर दिया गया है।

नए साल के पहले सर्दी के बढ़ते सितम ने लोगों को बेहाल कर दिया है। जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बाजारों में शाम होते ही सन्नाटा छा गया। बुधवार की रात से ही कोहरा छा गया। बृहस्पतिवार की सुबह लोगों की नींद खुली तो कोहरा इस कदर छाया रहा कि चंद कदम की दूरी पर आने-जाने वाले लोग या वाहन भी बड़ी मुश्किल से दिख रहे थे। करीब 10 बजे तक सड़कों पर वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी रही।

कोहरा तो छंट गया, लेकिन आसमान में बदली रही। गलन रही। ऐसे में लोगों को ठंड से कंपकंपी छूट आई। शहर के प्रमुख चौराहों पर शाम होते ही सन्नाटा पसर गया। सर्दी को देखते हुए नगर पालिका ने जिला अस्पताल, डिग्री कॉलेज, सिविल लाइंस समेत अन्य चौराहों पर अलाव जलवाए।

बृहस्पतिवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने आदेश जारी किया। उन्होंने बताया कि शीतलहर के कारण प्री-प्राइमरी से कक्षा आठ तक के सभी परिषदीय, सहायता प्राप्त, राजकीय एवं समस्त बोर्डों व माध्यमों के मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षण कार्य के लिए बंद रहेंगे।

जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों में 29 दिसंबर को समस्त स्टाफ उपस्थित रहेगा, ताकि निपुण लक्ष्य, कायाकल्प, सामग्री रखरखाव, यू-डायस समेत अन्य कार्य पूरे किए जा सकें।

आलू और सरसों की फसल पर मौसम की मार

मौसम की मार आलू और सरसों की फसल पर पड़ रही है। आलू में पाला लग रहा है, जबकि सरसों में माहू लग रहा है। इसी तरह मौसम रहा तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. आरके कनौजिया ने बताया कि आलू व सरसों की फसल को नुकसान की गुंजाइश बढ़ गई है। सरसों की फसल मेंं लगने से फूल गिर जाएंगे, जबकि पाला लगने से आलू की फसल खराब हो जाएगी। आलू की फसल की सिंचाई किसान जरूर कर दें।



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